बेतिया.शिक्षा विभाग द्वारा बिहार के विद्यार्थियों को अब डिजिटल तकनीक से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने पर फोकस करने की योजना तैयार की गई है.इसके लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक एक डिजिटल लाइब्रेरी केंद्र स्थापना की जाएगी.इसके जरिए विद्यार्थियों को डिजिटल माध्यम से अध्ययन की सुविधा प्रदान कराई जाएगी.राज्य सरकार के मंत्री परिषद ने भी इस महत्वपूर्ण योजना को लेकर शिक्षा विभाग के प्रस्ताव को पारित करते हुए स्वीकृति प्रदान कर दी है.
इस प्रस्ताव और निर्णय को कार्य रूप देने के लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ.बी राजेंदर ने जिला शिक्षा अधिकारी रविन्द्र कुमार को निर्देशित करते हुए पत्र लिखा है. इसको लेकर डीईओ श्री कुमार ने सभी प्रखंड शिक्षा अधिकारी को पत्र लिख कर योजना को प्रभावी बनाने के लिए स्थल चयन का निर्देश दिया है.ताकि पश्चिम चंपारण जिला के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक-एक डिजिटल लाइब्रेरी केंद्र स्थापित किया जा सके. जिला शिक्षा अधिकारी रविंद कुमार ने बताया कि इसके माध्यम से प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र के विद्यार्थियों को डिजिटल माध्यम से अध्ययन की सुविधा प्रदान कराई जाएगी.इसी के लिए मुख्यमंत्री डिजिटल लाइब्रेरी योजना का क्रियान्वयन किया जाना है.प्रत्येक डिजिटल लाइब्रेरी में हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ लगेंगे 10-10 कंप्यूटर सेट
प्राप्त निर्देश के आलोक में डीईओ श्री कुमार ने बताया कि प्रत्येक डिजिटल लाइब्रेरी केंद्र में 10 कंप्यूटर टर्मिनल लगाए जाएंगे. इसके अलावा विद्युत और हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी लगाई जाएगी. 10 कंप्यूटर को लगाने के लिए 300 से 400 वर्ग फूट का क्षेत्र की आवश्यकता पड़ेगी. इसके लिए पंचायत भवन, प्रखंड कार्यालय परिसर, नगर परिषद भवन, विकास भवन, कम्यूनिटी लाइब्रेरी के अलावा जिन सरकारी स्कूल या कॉलेज परिसर में अतिरिक्त कक्ष उपलब्ध हो, तो इसे स्थापित करने के लिए उपयोग किया जा सकता है.इसके संचालन के लिए सुपरवाइजर औऱ तकनीकी इनचार्ज की व्यवस्था की जाएगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

