बेतिया. वामपंथी दलों के राज्यव्यापी आह्वान पर बेतिया में सीपीआई तथा सीपीएम के द्वारा संयुक्त रूप से बदलो सरकार, बचाओ बिहार के नारे के तहत जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया गया. शहर के राजदयोढी से दोनों दलों के कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों ने जुलूस निकाल कर बेतिया शहर के विभिन्न मार्गों से नारा लगाते हुए समाहरणालय गेट पहुंच कर आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन किए. माकपा नेता प्रभुराज नारायण राव ने कहा कि आज पूरा बिहार महंगाई से त्रस्त है. बेरोजगारी चरम सीमा पर है. रोज बलात्कार और हत्याएं हो रहे हैं. पलायन जारी है. लेकिन सरकार के पास कोई योजना नहीं है. भाकपा नेता ओमप्रकाश क्रांति ने कहा कि बिहार के विकास के लिए कृषि आधारित उद्योग लगाना जरूरी है. उत्तर बिहार को बाढ़ से निजात दिलाना तथा दक्षिण बिहार को सुखाड़ से बचाने के लिए सरकार को एक ठोस योजना बनाने की जरूरत है. तमाम स्कीम वर्कर्स ,आशा,रसोईया, आंगनबाड़ी तथा असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के जीने लायक मजदूरी नहीं मिल रहा है. इसलिए बिहार सरकार को बदलना ही होगा. अध्यक्षता माकपा के हरेंद्र प्रसाद तथा भाकपा के बबलू दुबे ने किया. इस दौरान किसानों का कर्ज माफ करने, सभी गरीबों को पांच डिसमिल जमीन देने, बाढ़ सुखाड़ का स्थायी समाधान करने, श्रम संहिता वापस करने समेत अन्य मांगें दोहराई गई. मौके पर चांदसी यादव, भाकपा के बब्लू दूबे, राधामोहन यादव, अशोक मिश्र, बीरेंद्र राव, केदार चौधरी, कृष्ण नन्दन सिंह, लक्की, संजय सिंह, सुबोध मुखिया, तारिक, ध्रुव नाथ तिवारी, प्रकाश वर्मा, शंकर राव, रामा यादव, हरेन्द्र प्रसाद, मनोज कुशवाहा, नीरज वर्णवाल आदि मौजूद रहे.
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