बेतिया. बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की जयंती पर सोमवार को विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. जिला प्रशासन की ओर से बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. जबकि शैक्षणिक संस्थानों ने गोष्ठियां आयोजित की गई. छात्र संगठन व राजनीतिक दल भी बाबा साहेब को याद कर उनके बताये रास्ते पर चलने का संकल्प लिये. वहीं सामाजिक संगठनों की ओर से जयंती समारोह मनाया गया. समाहरणालय परिसर अवस्थित बाबा साहेब की प्रतिमा पर जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय, अपर समाहर्ता (राजस्व) राजीव कुमार सिंह, अपर समाहर्ता विभागीय जांच कुमार रविन्द्र, निदेशक डीआरडीए अरुण प्रकाश, जिला कल्याण पदाधिकारी मो असलम अली, जिला भूअर्जन पदाधिकारी अमरेन्द्र कुमार, विशेष कार्य पदाधिकारी सुजीत कुमार सहित अन्य अधिकारियों द्वारा पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रंद्धाजलि दी. एमजेके कॉलेज के सभागार में “वर्तमान परिपेक्ष्य में डॉ आंबेडकर का सामाजिक दृष्टिकोण ” विषयक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया. प्राचार्य प्रो. (डॉ) रवींद्र कुमार चौधरी ने ने कहा कि बाबा साहब आंबेडकर एक व्यक्ति विशेष नहीं, बल्कि समतामूलक समाज आधारित एक जीवंत विचारधारा हैं. हम उनके बताए मार्ग का अनुशरण शत प्रतिशत करें तो आने वाले कुछ वर्षों में ही अपना देश सामाजिक समता के प्रतीक रूप में स्थापित हो जाएगा. प्राचार्य ने कहा कि डॉ अम्बेडकर का संविधान हमें वो प्रकाश देता है जिसकी रौशनी में हम समाज के हर वंचित वर्ग को मुख्य धारा में ला सकते हैं. इससे पूर्व विषय प्रवेश कराते हुए हिन्दी-विभाग के असिस्टेंट प्रोफ़ेसर डॉ राजेश कुमार चंदेल ने कहा कि बाबा साहब आंबेडकर ने समतामूलक समाज की स्थापना के लिए कड़ा संघर्ष किया जिसकी परिणति संविधान के मौलिक अधिकारों के रुप में दिखाई देती है.सहायक प्राध्यापक डॉ विकास कुमार, योगेन्द्र सम्यक, डॉ शम्मी हसन, डॉ रमेश कुमार, छात्र सौरभ शुक्ला ने अपने विचार रखे. मौके पर मो आजम, प्रशांत कुमार, दिवाकर कुमार, शशिरंजन कुमार, रितेश कुमार, स्तुति कुमारी, वंदना कुमारी के आलावा छात्र-छात्राओं की रचनात्मक भागीदारी रही. इधर, राम लखन सिंह यादव महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.(डॉ) अभय कुमार ने प्राध्यापकों, शिक्षकेत्तर कर्मचारियों और छात्र-छात्राओं को उन्मुखीकरण संदेश दिया गया. प्राचार्य प्रो. कुमार ने अपने संदेश में कहा कि डॉक्टर आंबेडकर के व्यक्तित्व और विचारों को समकालीन भारतीय समाज की तत्कालीन चुनौतियों के समाधान की कुंजी कह सकते हैं. प्राचार्य के कहा कि आज के परिवेश में राष्ट्रवाद को अपने उद्देश्य पूर्ण विचार से ब्लैक एंड ह्वाइट रंग देना जैसे परम्परा चल पड़ी है,जबकि समतामूलक राष्ट्रवाद का प्रखर समर्थन स्वयं डॉ. आंबेडकर ने किया था. मैनाटांड प्रखंड कार्यालय स्थित बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. विधायक वीरेंद्र गुप्ता ने कहा कि डॉ. भीमराव एक न्यायविधिक, सामाजिक और राजनीतिज्ञ सुधारक थे. उनके बताये गये रास्ते पर चलना ही उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी. बीडीओ दीपक राम ने कहा कि बाबा साहेब अपने पूरे जीवन के दौरान दलितों और अन्य सामाजिक पिछड़े वर्गों के अधिकारों के लिए लड़े. मौके पर भाजपा के शिवेंद्र शिबू, अनिल पटेल, डॉ धनंजय त्रिपाठी, पवन गुप्ता आदि मौजूद रहे.
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