ठकराहा (पचं). थाना क्षेत्र के एक युवक की मौत उत्तर प्रदेश के सेवरही में जहर खाने से हो गयी. सेवरही पुलिस ने शव को कब्जे लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल पडरौना भेज दिया है. इस मामले में मृतक की पत्नी खुशबू ने सेवरही थाने में आवेदन देकर अपने पट्टीदारों को नामजद किया है. उसने बताया है कि एक माह पूर्व उसने ठकराहा थाने के भतहवा निवासी मिट्ठू प्रजापति से अंतरजातीय विवाह किया है. शादी से पति के घर वाले राजी थे, लेकिन पट्टीदार नाखुश थे. दोनों को घर आने से रोक रहे थे. इस बीच कई बार पट्टीदारी के लोगों ने उनके साथ मारपीट भी की.पट्टीदारों के रवैये को देखते हुए जान माल की रक्षा के लिए मृतक ने ठकराहा थाने में आवेदन दिया था. पुलिस मामले की जांच कर रही थी कि इसी बीच सोमवार की शाम खुशबू के मोबाइल पर मृतक मिट्ठू का फोन आया कि उसकी तबीयत बिगड़ रही है. वह सेवरही के महाबीरी अखाड़ा मंदिर के पास है. जब खुशबू वहां पहुंची तो मिट्ठू मंदिर के सामने चबूतरे पर लेटा था. उसकी हालत बेहद नाजुक थी. उसने महज इतना ही बताया कि उसकी चचेरी भाभी निशा देवी पति जियालाल प्रजापति ने साजिश के तहत कुछ लोगों की मदद से कुछ खिला दिया है. बाइक चाचा के दुकान पर है. मुझे अस्पताल ले चलो. खुशबू के अनुसार उसका पति मिट्ठू इतना कह कर बेहोश हो गया. मुंह से झाग आ रहा था. पत्नी सड़क पर खड़ी मदद के लिए गुहार लगा रही थी. काफी मशक्कत से पति को सेवरही पीएचसी ले गयी, जहां से रेफर होने के बाद पडरौना जिला अस्पताल लेकर पहुंची, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी.
प्रेम प्रसंग से शुरू हुआ खुशबू व मिट्ठू प्रजापति का विवाद शादी तक पहुंचा. मिट्ठू और खुशबू एक होने के लिए अपने परिवार के लोगों से संघर्ष करते रहे और अंत में मिट्ठू के माता-पिता शादी के लिए राजी हो गये. दोनों ने कानून और सामाजिक तौर पर विवाह कर लिया. लेकिन अंतरजातीय विवाह से मिट्ठू के सगे चाचा और उनके लड़के तथा बहू निशा नाराज चल रहे थे. मिट्ठू व खुशबू की तलाश में थे. खुशबू ने बताया कि निशा देवी व मनीषा देवी नहीं चाहती थीं कि हम दोनों खुश रहें. जबकि हम दोनों को प्रेम प्रसंग में फंसाने का काम भी उक्त दोनों महिलाओं ने ही किया था.
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