चेरियाबरियारपुर /मंझौल. अनुमंडल मुख्यालय में बिजली विभाग की लचर व्यवस्था से उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल अनुमंडल मुख्यालय के पंचायत 04 शिउरी गांव में स्टेट हाइवे 55 के बगल में लगा हुआ सर्विस वायर टूटने के कगार पर है. और उसे कोई भी देखने वाला नहीं है. या यूं कहें कि जिम्मेदार अधिकारी सब कुछ जानने के बाद भी बेखबर है. जिससे विभागीय अधिकारियों के प्रति स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. इस संबंध में ग्रामीण छोटू कुमार ने बताया कि लोहे के एक पुराने पोल से प्लास्टिक कवर वायर को टांग कर बिजली सप्लाई किया जा रहा है. इसमें भी तार टूट कर लटका हुआ है. जो हमेशा बड़ी दुर्घटना को आमंत्रित कर रहा है. बिजली विभाग को मैंने स्वयं कई बार जानकारी दी. बावजूद इसके अब तक इसे ठीक करने के लिए कोई संज्ञान नहीं लिया गया है. इसे ठीक नहीं किया गया तो यहां पर कोई भी बड़ा हादसा किसी भी ग्रामीण अथवा राहगीर के साथ हो सकता है. उन्होंने बताया कि बिहार सरकार एक तरफ जहां 125 यूनिट फ्री बिजली देकर चुनावी लाभ लेने के लिए प्रचार प्रसार कर रही है. वहीं बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मी की लापरवाही से क्षेत्र में बिजली का इंफ्रास्ट्रक्चर जर्जर और खतरनाक बना हुआ है. ग्रामीणों ने मांग किया है कि जल्द से जल्द जर्जर और खतरनाक तार पोल का मेंटेनेंस किया जाए. जिससे उपभोक्ताओं को सुचारू रूप से बिजली मिल सके. ग्रामीणों ने यह भी सवाल उठाया कि हमारे यहां अनुमंडल मुख्यालय होने के बावजूद काफी शिकायतों के बाद भी समस्या दूर नहीं हो रही है. हम लोग काफी ऊंची कीमत पर पहले बिजली बिल भी चुकाया करते थे. ग्रामीण क्षेत्र होने के बावजूद भी हम लोगों के द्वारा शहरी बिल दिया जाता था. विभाग द्वारा उपभोक्ताओं को दिए जाने वाले सुविधा के नाम पर टाल मटोल करना कहीं से भी विभाग और उपभोक्ता के हित में सही नहीं है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

