बलिया. प्रखंड क्षेत्र के अबध-तिरहुत पथ के कटहा- मनसेरपुर बाइपास की सड़क खुद ही रास्ता तलाशने को विवश है. आलम यह है कि पांच साल के बाद भी मनसेरपुर-कटहा सड़क निर्माण कार्य आधा अधुरा पडा़ हुआ है. जिस दिशा में इमानदार प्रशासनिक पहल नहीं होने से सरकार के एक करोड़ की राशि बेकार साबित हो रही है. बताया जाता है कि प्रखंड क्षेत्र के मनसेरपुर पंचायत अंतर्गत मुख्य सडक से ठाकुरबाडी होते हुये बालाचक ढाला व अबध-तिरहुत रोड को जोड़ने वाली सड़क का निर्माण कार्य आधा अधूरा रहने के कारण लोगों को इस सड़क से आवागमन का लाभ नहीं मिल पा रहा है. मुख्यमंत्री ग्राम सड़क संपर्क योजना के तहत ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल बलिया द्वारा करीब 2 किलोमीटर की इस सड़क में एक करोड़ 21 लाख 44 हजार 9 सौ 98 रूपये की लागत से बनी थी. जिस सड़क के आधा अधुरा रहने से वह अनुउपयोगी साबित हो रही है. करीब 200 फीट में निजी जमीन का मामला आ जाने से सरकार के लगभग सवा करोड रुपये की खर्च बेकार साबित हो रहे हैं. बताते चलें कि बाजार में अक्सर जाम की समस्या बनी रहती है. जिस समस्या को देखते हुये स्थानीय लोगों की मांग पर स्थानीय सांसद का केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह एवं पूर्व राज्यसभा सांसद प्रोफेसर राकेश सिन्हा के द्वारा की गई पहल पर सड़क निर्माण विभाग के द्वारा उक्त कटहा सड़क बलिया अवध तिरहुत पथ से मनसेरपुर तक बनने को लेकर टेंडर निकाला गया था. सड़क भी बनी लेकिन आधे अधूरे रहने के कारण बलिया बाजार में जाम की समस्या अभी भी बनी रहती है. अगर यह सड़क बन जाती तो लोगों को जाम की समस्या से निजात मिलता. मनसेरपुर से बलिया अवध तिरहुत पथ को जोड़ने वाली इस सड़क के बनने से यह बलिया के लिये बाईपास के रूप में विकसित होता. इस सड़क के बनने से प्रखंड क्षेत्र के भगतपुर, मनसेरपुर, पहाड़पुर, परमानंदपुर, ताजपुर सहित कई पंचायत के दर्जनों गांव के लोगों को तो लाभ मिलता ही साथ ही साहेबपुर कमाल प्रखंड के कई गांव के लोग जो बेगूसराय से अवध तिरहुत पथ के बलिया बाजार में जाम रहने पर इस रास्ते से लखमिनियां, सनहा, पंचवीर एवं मुंगेर घाट जाने के लिये भी इस सड़क को बाईपास के रूप में उपयोग होता.
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