बेगूसराय. बेगूसराय जिले के विष्णुपुर लाल बाजार चौक पर स्थित श्रीश्री 108 पुरानी दुर्गा मंदिर अपनी भव्यता और आस्था के कारण पूरे इलाके में शक्तिपीठ के नाम से प्रसिद्ध है. सन 1902 में स्थापित इस मंदिर में पिछले 126 वर्षों से लगातार पूजा-अर्चना हो रही है. स्थानीय मान्यताओं के अनुसार, जिन मंदिरों की स्थापना को 100 वर्ष से अधिक हो जाते हैं, उन्हें शक्तिपीठ का दर्जा प्राप्त हो जाता है. इसी कारण यहां स्थापित दुर्गा माता को भक्तजन बूढ़ी माता कहकर पुकारते हैं. भक्तों का मानना है कि माता यहां साक्षात विराजमान होकर अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं. हर साल प्रतिमा का स्वरूप होता है एक जैसा : मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि हर साल मुंगेर के कारीगरों द्वारा माता की प्रतिमा का निर्माण किया जाता है. मूर्तिकार चाहे कोई भी रूप दें, लेकिन प्रतिमा का अंतिम स्वरूप हमेशा एक जैसा ही निकलता है. भक्त इसे माता की अनोखी लीला मानते हैं. मंदिर परिसर में प्रतिदिन सुबह और शाम को आरती होती है. खासकर शाम की आरती में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ता है. आसपास के गांवों की महिलाएं बड़ी संख्या में इसमें शामिल होती हैं. दुर्गापूजा के अवसर पर जगरना के दिन देर रात माता का पट खोला जाता है. उस समय हजारों की भीड़ माता के दर्शन के लिए मंदिर परिसर में उमड़ पड़ती है.
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