बेगूसराय. माइक्रोफाइनेंस इंडस्ट्री नेटवर्क जो भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा मान्यता प्राप्त एनबीएफसी-एमएफआइ का एक राष्ट्रीय स्तर का स्व-नियामक संगठन है,ने सत्या माइक्रो कैपिटल लिमिटेड के सहयोग से बेगूसराय जिले में माइक्रोफाइनेंस जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया. कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण समुदाय, विशेष रूप से महिलाओं को वित्तीय साक्षरता प्रदान करना, उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और सही ऋण व्यवहार को बढ़ावा देना था. मुख्य अतिथि पूजा कुमारी, वरीय जिला समाहर्ता (बैंकिंग) ने एमएफआइएन तथा माइक्रोफाइनेंस कंपनियों द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की. उन्होंने उपस्थित महिलाओं से अपनी आवश्यकता और क्षमता के अनुसार ही ऋण लेने तथा उसे समय पर चुकाने का आग्रह किया, जिससे वे अपने क्रेडिट रिकॉर्ड को बेहतर बना सकें. विशिष्ट अतिथि इमरान अहमद, उप पुलिस अधीक्षक (साइबर क्राइम), बेगूसराय, ने डिजिटल धोखाधड़ी से बचाव पर विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने आम नागरिकों से साइबर धोखाधड़ी के प्रति सतर्क और सजग रहने की अपील की. प्रशांत कुमार, अग्रणी जिला बैंक प्रबंधक एवं आभा कुमारी जिला विकास प्रबंधक – नाबार्ड, ने उपस्थित बरी तादात में महिलाओं को अपनी आवश्यकता और क्षमता के अनुसार ऋण लेने की सलाह दी. उन्होंने समय पर ऋण चुकाने की महत्ता पर बल देते हुए बताया कि यह एक अच्छे क्रेडिट रिकॉर्ड के निर्माण में अहम भूमिका निभाता ह. उन्होंने सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी. एमएफआइएन के रीजनल हेड संजय कुमार ने बताया कि बेगूसराय जिले में वर्तमान में 31 माइक्रोफाइनेंस संस्थान कार्यरत हैं, जो सभी भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा विनियमित हैं. उन्होंने कहा, वित्तीय साक्षरता आज के समय में हर व्यक्ति के लिए अत्यंत आवश्यक है. इस प्रकार के कार्यक्रमों से आम लोगों को अपने आर्थिक निर्णयों को बेहतर बनाने में मदद मिलती है. उन्होंने यह भी बताया कि हाल के दिनों में कुछ अनधिकृत व्यक्तियों द्वारा किए जा रहे भ्रामक प्रचार के मद्देनज़र, इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम अत्यंत आवश्यक हो गए हैं.
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