बेगूसराय. सोमवार को भीम आर्मी के दर्जनों कार्यकर्ता और मुसहरी टोला, बनद्वार निवासी जिला अध्यक्ष विकास कुमार आजाद के नेतृत्व में हड़ताली चौक पर एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया गया. धरना बनद्वार महादलित टोले में डायरिया से हुई सात मौत और जिला प्रशासन की घोर लापरवाही के विरोध में आयोजित किया गया. धरना को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष विकास कुमार आजाद ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन तुरंत प्रभावी कदम नहीं उठाता, तो आंदोलन को और तेज किया जायेगा. उन्होंने पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा देने, बीमार लोगों का तत्काल इलाज सुनिश्चित करने और प्रभावित इलाकों में जागरूकता अभियान चलाने की मांग की. वक्ताओं ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के उस बयान पर भी सवाल उठाया, जिसमें उन्होंने बेगूसराय को स्वास्थ्य सुविधाओं में नम्बर-1 बताया था. उन्होंने कहा कि धरातल पर हालात इसके बिल्कुल उलट हैं. धरना में यह भी कहा गया कि न तो विधायक, न सांसद और न ही अन्य जनप्रतिनिधि पीड़ितों से मिलने पहुंचे, जो उनकी संवेदनहीनता और जनता के प्रति उदासीन रवैये को दर्शाता है. धरना में प्रधानमंत्री के हर घर शौचालय, मुख्यमंत्री के सात निश्निश्चय योजना और नलजल योजना का भी जिक्र किया गया और कहा गया कि अगर ये योजनाएं सफल होतीं तो डायरिया जैसी महामारी नहीं फैलती. सामाजिक कार्यकर्ता और जिला प्रवक्ता ने मांग की कि पीड़ितों को कानूनी प्रावधान के अनुसार मुआवजा दिया जाए और परिवार को एक सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए. मौके पर मुसहरी निवासी रामधनी देवी, रामबालक सदा और कारी पासवान ने जिला अधिकारी से मिलकर मांग पत्र सौंपा. धरना के माध्यम से भीम आर्मी ने स्पष्ट किया कि सरकार की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष जारी रहेगा.
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