बीहट. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा और सांसद गिरिराज सिंह की गरिमामयी उपस्थिति में फीता काटकर सिमरिया सिक्स लेन सड़क पुल को राष्ट्र को समर्पित कर दिया. इसके बाद सिक्सलेन पुल पर कुछ दूर पैदल चलकर निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने सिक्स लेन पुल के नीचे कल्पवास क्षेत्र और रीवर फ्रंट पर उनके स्वागत में कलाकारों द्वारा किये जा रहे सांस्कृतिक कार्यक्रम में जुटे लोगों की अपार भीड़ का हाथ जोड़कर अभिवादन किया और अपने गले से गमछा निकाला और हाथ से घुमाकर लोगों का अभिवादन भी स्वीकार भी किया.कुछ देर के लिए उन्होंने सीएम नीतीश कुमार का हाथ अपने हाथ में लेकर ऊपर उठाते हुए इशारों में अपनी एकजुटता का भी संदेश दे दिया.
पीएम के कार्यक्रम को लेकर चाक-चौबंद थी सुरक्षा व्यवस्था
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सिमरिया आगमन को लेकर जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा की पूरी चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी.सुरक्षा व्यवस्था ऐसी थी कि परिंदा भी पर न मार सके.जिलाधिकारी तुषार सिंगला एवं आरक्षी अधीक्षक मनीष पल-पल की जानकारी ले रहे थे.जिला प्रशासन एवं जिला पुलिस प्रशासन सुरक्षा में किसी तरह की चूक नहीं होने देना चाह रही थी.एनटीपीसी से लेकर सिमरिया सिक्स लेन सड़क पुल की कार्यक्रम स्थल तक सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किये गये थे.चारों तरफ बैरिकेटिंग करवायी गयी थी ताकि भीड़ पर कड़ी निगरानी रखी जा सके. इस मौके पर मुंगेर कमिश्नर अवनीश कुमार सिंह,डीआइजी आशीष भारती सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.पीएम का हेलिकाॅप्टर आते ही लोगों में बढ़ी उत्सुकता
एसपी सिंगला साइट के समीप बने हेलिपेड पर प्रधानमंत्री का हेलिकाॅप्टर उतरा,लोगों में उत्सुकता बढ गयी.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान,मुख्यमंत्री नीतीश कुमार,डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी,विजय सिंहा मौजूद थे.इस मौके पर बेगूसराय सांसद सह केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह,जिला प्रभारी मंत्री संजय सरावगी,खेलमंत्री सुरेन्द्र मेहता,विधायक कुंदन कुमार,राज कुमार सिंह,विधान पार्षद सर्वेश कुमार,भाजपा जिला अध्यक्ष राजीव वर्मा,जदयु जिलाध्यक्ष रूदल राय, सुनील कुमार, मृत्युंजय कुमारद्ध, वीरेश सहित एनडीए घटक दल के नेताओं ने गर्मजोशी से भव्य स्वागत किया. उसके बाद प्रधानमंत्री कार पर सवार होकर रोड शो करते हुए सिक्स लेन स्थित कार्यक्रम स्थल की ओर बढ़ गये.इस दौरान उन्होंने सड़क किनारे खड़े लोगों का अभिवादन स्वीकार किया.लोगों ने हर हर महादेव व जय श्रीराम के जयकारे के साथ स्वागत किया.सुरक्षा में तैनात थे कई अधिकारी
अध्यात्म और मोक्ष की धरती पर प्रधानमंत्री व सीएम सहित अन्य अतिथियों के आगमन व प्रस्थान को लेकर चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी. बेगूसराय के डीडीसी प्रवीण कुमार,बेगूसरिय नगर आयुक्त सोमेश बहादुर माथुर,डीटीओ राजीव कुमार,सदर एसडीओ अनिल कुमार,सदर एसडीपीओ-1आनंद कुमार पांडेय, सदर एसडीपीओ-2 पंकज कुमार सहित अन्य पदाधिकारी सुरक्षा व्यवस्था में मुस्तैदी से जुटे हुए थे. हर चिन्हित स्थल पर सुरक्षा को लेकर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस पदाधिकारी व महिला-पुरूष जवान मुस्तैदी के साथ खड़े थे.जिला प्रशासन की मुस्तैदी से सफल हुआ कार्यक्रम
प्रधानमंत्री के सिमरिया आगमन और कार्यक्रम की समाप्ति के बाद वापस लौटने के उपरांत जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली. ज्ञात हो कि पिछले एक सप्ताह से जिलाधिकारी तुषार सिंगला एवं आरक्षी अधीक्षक मनीष सहित सांसद गिरिराज सिंह सहित भाजपा का शीर्ष नेतृत्व सिमरिया स्थित कार्यक्रम स्थल की तैयारियों का जायजा लेते रहे.सभी सुरक्षा बिंदुओ को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की सफलता जिला प्रशासन व जिला पुलिस प्रशासन के साथ एनडीए नेताओं की सूझ-बूझ का परिणाम है.सुबह 10 बजे के बाद इंट्री बंद होने से हजारों लोग पैदल पहुंचे कार्यक्रम स्थल तक
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन सुरक्षा को लेकर कुछ ज्यादा ही चुस्त थी.सुबह दस बजे के पहले से ही वाहनों का परिचालन बंद करा दिया गया.पटना की ओर जानेवालों लोगों को जीरोमाइल से ही तेघड़ा के रास्ते विकल्प मार्ग की ओर बढ़ा दिया गया.वहीं बड़े वाहनों को एफसीआइ के नजदीक ही रोक दिया गया.खास करके बस से कार्यक्रम तक जाने वाले लोग पैदल जाने को विवश हो गये.जिले के विभिन्न हिस्सों से आने वाले लोगों में खास करके महिलाओं व बच्चों को काफी परेशानी हुई.रही-सही कसर रूक-रूककर होती झमाझम बारिश ने पूरी दी.कल्पवास क्षेत्र में आमलोगों के लिए व्यवस्था की गयी थी.लेकिन वहां न तो पंडाल था और ना ही बैठने की कोई व्यवस्था.बारिश होते ही महिलाएं व बच्चे सिक्स लेन पुल के नीचे शरण लेने को बार-बार मजबूर होते रहे.इस भागदौड़ में कई महिलाएं फिसलकर गिरी लेकिन यह देखने वाला वहां कोई नहीं था.विभिन्न लोक विधा के कलाकारों ने बांधा समां
पांच मंच और 500 कलाकारों के गायन, वादन और नर्तन से सिमरिया झूम उठा. बिहार की सोंधी मिट्टी की महक लिए लोक कलाकारों ने अपने नृत्य से सबका मन मोह लिया. सिमरिया धाम के रिवर फ्रंट सहित कल्पवास मेला क्षेत्र में बने दो मुख्य मंच और न्यू जीरोमाइल पर बनाए गए मंच पर लगातार 3 घन्टे तक प्रस्तुति चलती रही. सिमरिया धाम के पूरे परिक्षेत्र में बने 5 मंच पर लगभग 500 से अधिक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया.एक साथ सिक्स लाइन पुल के पूरब और पश्चिम कई मंचों पर बिहार की लोक परंपराओं की प्रस्तुति चलती रही. रिवर फ्रंट पर बिहार के पारंपरिक 100 लोक कलाकारों और 200 स्कूली बच्चों के साथ गणेश गौरव का कोरियोग्राफर देखते बन रहा था. जिला प्रशासन के कला संस्कृति विभाग की पहल पर आकाश गंगा रंग चौपाल एसोसिएशन, बरौनी के नेतृत्व में जुटे कलाकार सिमरिया घाट की शोभा बढ़ा रहे थे. आकर्षण का केंद्र सिमरिया का रिवर फ्रंट रहा जहां पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ स्कूली बच्चों ने भी बिहार की लोक परंपराओं की जबरदस्त प्रस्तुति दी. खास करके बिहार के अलग-अलग हिस्सों से आए ढोल, डंका, मोर मोरनी कटघोरवा जैसे लोक नृत्य भी सबके मन को मोहते रहे. जिला कला संस्कृति पदाधिकारी श्याम कुमार सहनी के मार्गदर्शन व गणेश गौरव के निर्दशन और डॉ कुन्दन कुमार के संयोजन में सह कोरियोग्राफर अभिनव कुणाल, साक्षी कुमारी, अंकित कुमार, संतोष कुमार, बलिराम, राधे कुमार, आंचल कुमारी, जितेंद्र शर्मा, विजेन्द्र कुमार, ऋषि कुमार, आशुतोष, संस्कृति ने कलाकारों को प्रस्तुति में अपना शानदार सहयोग दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

