बलिया. प्रखंड क्षेत्र के दियारा इलाके में एक बार फिर से बाढ़ का संकट गहराते जा रहा है. लगातार हो रही गंगा के जलस्तर में वृद्धि से दियारा क्षेत्र से निकलने वाली सभी मुख्य सड़कों पर बाढ़ का पानी फैल गया है. जिससे आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है. बाढ़ का पानी जहां तहां सड़कों पर फैले रहने से दियारा वासियों को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कई गांव के लोगों को तो तीन से चार किलोमीटर तक 3 से 4 फूट बाढ़ के पानी में पैदल चलकर प्रखंड मुख्यालय तक पहुंचाना पड़ रहा है. जबकि कई पंचायत के लोग जरूरी होने पर ही पैदल आवागमन करने को विवश है. जिसमें भवानंदपुर पंचायत के मसुदनपुर, शाहपुर, शिवनगर, भवानंदपुर, ताजपुर पंचायत के ताजपुर, गोखले नगर विष्णुपुर, सहबेगपुर, शादीपुर, मीरअलीपुर, परमानंदपुर पंचायत के मिर्जापुर, सोनबरसा, लाल दियारा, कस्बा, हुसैना, हसनपुर, किशनपुर, सोनदीपी, पहाड़पुर पंचायत के अशर्फा, नौरंगा, पहाड़पुर, हनुमान नगर आदि गांव के लगभग 60 हजार से अधिक की आवादी प्रभावित हो रही है. इस बार जुलाई के अंतिम सप्ताह से शुक्रवार तक तीन बार बाढ़ ने दस्तक दे दी है. बाढ़ का पानी लखमिनियां-मसुदनपुर पथ के चेचियाही ढाब में सड़क पर बाढ़ का पानी करीब 3 फुट फैल जाने के कारण वहां सरकारी नाव की व्यवस्था की गयी है. जबकि ताजपुर पंचायत के सैयदपुर पुलिया के समीप भी सड़क पर बाढ़ का पानी फैल जाने से नाव की व्यवस्था की गयी है. वहीं ताजपुर पंचायत के ही वार्ड 13 एवं अशर्फा में भी लोगों के आवागमन के लिये स्थानीय सीओ रवि कुमार के द्वारा नाव की व्यवस्था कराई गयी है. अगले दो-तीन दिनों तक जलस्तर में वृद्धि की ही बात बताई जा रही है. शुक्रवार को भी जलस्तर में वृद्धि जारी ही रहा. इसी तरह जलस्तर में वृद्धि जारी रहा तो आने वाले एक-दो दिनों में बाढ़ की स्थिति और भी भयावह हो जायेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

