चेरियाबरियारपुर. बीते 19 फरवरी 2025 को प्रमुख एवं उप प्रमुख पर लगाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर शक्ति परीक्षण से महज़ कुछ घंटे पहले गोलीबारी कांड के मुख्य आरोपी चिंटू सिंह उर्फ रमन कुमार ने विशेष न्यायाधीश बेगूसराय राजवंश निगम की अदालत में शनिवार को आत्मसमर्पण कर दिया. बताया जाता है कि पुलिस के लगातार दविश एवं शुक्रवार को घर पर इश्तेहार चिपकाने की खबर सुन न्यायालय में आत्मसमर्पण किया है. जानकारी के अनुसार थाना अध्यक्ष सुबोध कुमार के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने देवघर में छापेमारी कर इस कांड के नामजद आरोपी मंझौल पुवारीटोल निवासी स्व दिलीप सिंह के पुत्र रमण कुमार उर्फ चिंटू सिंह के ड्राइवर को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है. उन्होंने बताया घटना के संबंध में पीड़ित पंसस अर्जुन चौधरी के आवेदन पर थाना कांड संख्या 19/25 भारतीय दंड विधान की धारा 190/191 (2)/191 (3)/109 (1)/352/351(1) 27 शस्त्र अधिनियम के तहत अंकित कर कार्रवाई प्रारंभ की गई है. जिसमें पुलिस की टीम ने पूर्व में देवघर से एक अप्राथमिकी अभियुक्त मंझौल वार्ड संख्या 02 निवासी स्व नीरस महतो के पुत्र विकास कुमार को एक मोबाइल, 01 वैन्यू गाड़ी के साथ गिरफ्तार किया जा चुका है. विदित हो कि प्रमुख एवं उप प्रमुख पर लगाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर शक्ति परीक्षण से कुछ घंटे पहले थाना एवं प्रखंड मुख्यालय के चार सौ मीटर की दूरी के बीच दिन के 11 बजे उक्त घटनाक्रम से सनसनी फ़ैल गई थी.
सात राउंड फायरिंग कर फैलायी थी दहशत
दो की संख्या में बाइक सवारों ने 07 राउंड फायरिंग कर शक्ति परीक्षण के माहौल में गर्मी पैदा कर दी थी. वहीं शक्ति परीक्षण में परीणाम जस की तस रहने के उपरांत संध्या में एफआईआर अंकित कर कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई थी. तब से कांड के सभी 07 नामजद आरोपी भूमिगत हैं. जिन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस दर-बदर खाक छानती फ़िर रही है. जबकि घटना के बाद जिला पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल की जांच कर सीसीटीवी फुटेज से गोलीबारी करने वाले दोनों बाइक सवारों की तस्वीर भी जारी की थी.
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