नीमाचांदपुरा : थाना क्षेत्र की कैथ पंचायत की सरपंच मीरा देवी के पति रूदल पासवान हत्या मामले की गुत्थी पुलिस के लिए चुनौती बनी है. 24 घंटे बाद भी पुलिस खाली हाथ है. वहीं रूदल का पैतृक गांव दमदमा में दूसरे दिन भी मातमी सन्नाटा पसरा रहा. परिजनों के क्रंदन से माहौल गमगीन रहा. रूदल का शव जैसे ही दमदमा गांव पहुंचा कि लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.
उसके तीन मासूम पुत्री व पुत्र को देख कर हर किसी की आंखें नम हो जा रही है.
वहीं ग्रामीणों ने बताया कि रूदल की हत्या बाद तीनों बच्चों के पालन कैसे होगा. विधवा पत्नी सरपंच मीरा देवी को तथा बूढ़े मां-बाप रह-रह कर बेसुध हो जा रहे हैं. वहीं बड़ी संख्या में समाजसेवी उनके घर पहुंच मृतक परिजनों से मिल कर सांत्वना देते हुए दु:ख की घड़ी में धैर्य बंधाया.
बताया जाता है कि वर्ष 2011 में रूदल ने पत्नी को सरपंच का चुनाव जीतने के बाद जनता की समस्या को ले हमेशा अपनी आवाज बुलंद करते रहे. लेकिन उसकी हत्या के बाद अचानक पूरा गांव शोक में डूब गया है. ज्ञात हो कि शनिवार को बनद्वार पंचायत में दिनदहाड़े अपराधियों ने रूदल की गोली मार कर हत्या कर दी थी. इस संबंध में मृतक के पिता मोहन पासवान के बयान पर थाना कांड संख्या 11/16 के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है, जिसमें छह लोगों को नामजद किया गया है.
पुलिस के अनुसार इस घटना में एक महिला भी नामजद है. पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर अपराधियों की धर-पकड़ शुरू दी है. थानाध्यक्ष दिनेश कुमार साहू ने दावा करते हुए शीघ्र अपराधियों की गिरफ्तारी होगी. इसके लिए संभावित ठिकानों पर जाल बिछा दिया गया है.