सुमित कुमार
बेगूसराय : राष्ट्रकवि दिनकर के बाद देश में बेगूसराय की पहचान बरौनी रिफाइनरी और बरौनी थर्मल पावर से होती है. इसके बगैर यह शहर कुछ धूमिल सा दिखता है. विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान राजनीतिक दलों ने इनसे जुड़े मुद्दों को काफी गंभीरता से उठाने की कोशिश की, मगर पहले दौर के चुनाव को देखते हुए यह लगता है कि बेगूसराय की जनता ने इन मुद्दों को अधिक गंभीरता से नहीं लिया. शायद यही कारण रहा कि बेगूसराय जिले में हुई वोटिंग में मतदाताओं ने इन मुद्दों को तरजीह न देते हुए बस साथ और जात पर वोट दिये.
पौ फटते ही बूथों पर दिखा उत्साह
पौ फटते ही बूथों पर गजब का उत्साह दिखा. तेघड़ा विधानसभा क्षेत्र में आने वाले प्राथमिक विद्यालय चकिया के एक बूथ पर आठ बजे तक ही 55 से अधिक वोट पड़ चुके थे और बाहर लंबी कतार लगी थी. महिला, पुरुष, वृद्ध, युवा सभी बड़े ही उत्साह के साथ कतार में लग कर अपने वोट का इंतजार कर रहे थे. मगर इसी विधानसभा के सिंचाई आइबी मेनगेट बूथ पर वोटर नदारद दिखे.
रास्ते की शिकायत, पर वोट से परहेज नहीं
बेगूसराय चौराहे से आगे बढ़ने पर मटिहानी विधानसभा क्षेत्र के नागदह ग्राम पंचायत बूथ पर पहुंच गये. शहर से कुछ ही किमी की दूरी पर इस बूथ पर पहुंचने के लिए बहुत ही लंबा संकरा रास्ता है. इस रास्ते पर एक बार में एक ही वाहन चल सकता है. लोगों को ऑटो में बिठा कर बूथों तक पहुंचाया जा रहा था. बूथ पर कई लोगों ने रास्ते को लेकर शिकायत भी की, लेकिन इसका प्रभाव उनकी वोटिंग पर बिलकुल नहीं दिख रहा था. बड़ी संख्या में महिलाएं-पुरुष इस बूथ पर वोट देने को मौजूद दिखे. बेगूसराय शहर के ज्ञान भारती स्कूल में भी दोपहर नौ बजे तक लंबी-लंबी कतार लगी थी.
ग्रामीण इलाकों के बूथों पर दिन भर चहल पहल
शहर के मुकाबले ग्रामीण इलाकों में दोपहर बाद पोलिंग रफ्तार बढ़ी. मटिहानी के बदलपुरा पूर्वी भाग बूथ पर पौन ग्यारह बजे तक 1543 में 332 जबकि पश्चिमी भाग बूथ पर 1216 में 228 वोट पड़े थे. बाहर खड़े पोलिंग एजेंटों ने समझाया कि पश्चिमी भाग बूथ पर अगड़े जबकि पूर्वी भाग बूथ पर पिछड़े मतदाताओं का नाम है.
पिछड़े समुदाय से जुड़े लोग पहले हाफ में ही वोटिंग कर लेते हैं, जबकि पश्चिमी भाग बूथ पर सेकंड हाफ के बाद भीड़ बढ़ती है. मटिहानी के अधिकांश बूथों पर जदयू-
भाजपा की सीधी टक्कर दिखी. इन बूथों पर जदयू उम्मीदवार नरेंद्र कुमार उर्फ बोगो सिंह के कई पैरोकार दिखे, पर भाजपा पैरोकार नजर नहीं आया.