Boxing Day Test: इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने एमसीजी पिच पर अपनी राय देते हुए कहा कि वह बेहद आलोचनात्मक है. इसी पिच पर चल रही एशेज सीरीज का चौथा टेस्ट दो दिन के अंदर ही समाप्त हो गया. इंग्लैंड ने ऐतिहासिक जीत हासिल की, जो 15 साल में ऑस्ट्रेलिया की धरती पर उनकी पहली जीत थी. हालांकि, स्टोक्स ने कहा कि मेलबर्न जैसी पिच दुनिया के अन्य हिस्सों में रही होती हंगामा खड़ा हो जाता. लोग नरक जैसा हाल बना देते. उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि मैच रेफरी को उनकी प्रतिक्रिया अच्छी नहीं लगेगी. बॉक्सिंग डे टेस्ट के पहले दिन ही चौंका देने वाले 20 विकेट गिरे. यह बॉक्सिंग डे टेस्ट में पहले दिन दोनों टीमों के ऑल आउट होने का पहला मामला था.
पूरे दो दिन भी नहीं चला बॉक्सिंग डे टेस्ट
इसके बाद दूसरे दिन दोपहर के भोजन के समय ऑस्ट्रेलिया की टीम लड़खड़ा गई और मात्र 132 रन पर ऑल आउट हो गई, जिससे इंग्लैंड को 175 रनों का मामूली लक्ष्य मिला. पहले तीन टेस्ट मैचों में हार के बाद इंग्लैंड पहले ही सीरीज से बाहर हो चुका था, लेकिन इंग्लैंड ने आसानी से लक्ष्य का पीछा करते हुए चार विकेट से जीत हासिल कर ली. दोनों टीमों के बल्लेबाजों में से कोई भी अर्धशतक नहीं बना सका, जो ऑस्ट्रेलिया की धरती पर 93 वर्षों में पहली बार देखने को मिला एक दुर्लभ नजारा है. मेलबर्न टेस्ट, पर्थ में खेले गए पहले मैच के बाद, चल रही एशेज सीरीज का दूसरा मैच था जो दो दिनों के भीतर समाप्त हुआ.
कोई नहीं चाहता दो दिन में खत्म हो टेस्ट मैच
आखिरी बार किसी सीरीज में एक से अधिक दो दिवसीय टेस्ट मैच 1912 में खेले गए थे, जबकि ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट इतिहास में यह केवल चौथा ऐसा उदाहरण है. एमसीजी पिच की जांच के दायरे में आने के साथ ही, स्टोक्स ने अपनी प्रतिक्रिया देने में कोई कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने कहा, ‘साफ-साफ कहूं तो, आप ऐसा नहीं चाहते. बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच, आप नहीं चाहते कि मैच दो दिन से कम समय में खत्म हो जाए. यह आदर्श स्थिति नहीं है, लेकिन एक बार मैच शुरू हो जाने के बाद आप इसे बदल नहीं सकते और आपको बस वही खेलना होता है जो आपके सामने है.’
भारतीय पिचों की हुई थी कड़ी आलोचना
स्टोक्स ने आगे कहा, ‘मुझे पूरा यकीन है कि अगर यह दुनिया में कहीं और होता, तो हंगामा मच जाता. पांच दिनों तक चलने वाले मैचों के लिए यह अच्छी बात नहीं है, लेकिन हमने जिस तरह की क्रिकेट खेली, उससे हमारा काम हो गया.’ जब स्टोक्स से पूछा गया कि क्या उनकी टिप्पणी का तात्पर्य उस प्रतिक्रिया से था जो दो दिवसीय टेस्ट मैच भारत जैसे उपमहाद्वीप की पिच पर खेले जाने पर होती, तो स्टोक्स ने कहा: ‘ये आपके शब्द हैं, मेरे नहीं.’ भारत में भी पिछले साल टेस्ट दो दिन से कम समय में खत्म हुआ था, उस समय पिच की दुनियाभर में आलोचना हुई थी. अब यह देखना बाकी है कि आईसीसी एमसीजी की पिच को क्या रेटिंग देती है.
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