* समारोह में 15 छात्राओं को किया गया सम्मानित
साहेबपुरकमाल : देश की शिक्षा व्यवस्था पर बाजारवाद हावी हो गया है. यही वजह है कि देश में दो तरह की शिक्षा व्यवस्था है. एक शिक्षा व्यवस्था 20 प्रतिशत कॉरपेारेट घरानों के लिए है. उसे शिक्षा की सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं, तो दूसरी तरफ 80 प्रतिशत आबादी के लिए जो शिक्षा व्यवस्था है, उसमें संसाधनों का घोर अभाव है
वुधवार को प्लस टू परियोजना बालिका विद्यालय, परोड़ा में आयोजित अनुमंडलस्तरीय मेधा सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि विधान पार्षद डॉ तनवीन हसन ने कहा कि शिक्षा में असमानता के कारण शिक्षक भी दबाव में काम करते हैं. उन्होंने बिहार में मानव विकास की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि देश में 17वें स्थान पर मानव विकास की स्थिति है.
समारोह की अध्यक्षता कमलदेव सिंह व संचालन घनश्याम कुमार ने किया. बिहार राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ सह छात्र कल्याण कोष के अध्यक्ष डॉ सुधाकर राय ने कहा कि सूबे में समान काम के लिए समान वेतन नहीं मिलना शिक्षकों के साथ अन्याय है. उन्होंने कहा कि यहां शिक्षकों को मनरेगा मजदूरों से भी कम पारिश्रमिक मिलता है, जबकि जिले के नगर पंचायत शिक्षकों को एक वर्ष से मानदेय नहीं मिल रहा है.
समारोह में परियोजना बालिका उच्च विद्यालय की आठ छात्राओं सहित अनुमंडल क्षेत्र की 15 छात्राओं को मेधा सम्मान 13 से सम्मानित किया गया. समारोह में जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष उमानंद चौधरी, संयुक्त सचिव राजेंद्र नारायण सिंह, भागीरथ प्रसाद सिंह, यादवेश सिंह, सुधाकर राय, उपप्रमुख शिवजी सिंह, प्रधानाध्यापक मो जकी अहमद, नंद कुमार, महेंद्र ठाकुर, गोपेश कुमार, मणिकांत मिश्र, मनोज कुमार सिंह के अलावा अनुमंडल क्षेत्र के सभी शिक्षक व शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने विचार व्यक्त किये.