ड्योढ़ी के जमींदार परिवार के सदस्य ही उठाते हैं पूजा का सारा खर्च दीपक चौधरी, कटोरिया. कटोरिया बाजार के हाट स्थित पुरानी दुर्गा मंदिर का इतिहास करीब 135 वर्ष पुराना है. इस मंदिर में आज भी पुरानी परंपरा के अनुसार कटोरिया डयोढ़ी के जमींदार घराने ही पूजन-समारोह का सारा खर्च उठाते हैं. हाट स्थित दुर्गा मंदिर के बारे में कहा जाता है कि मां के इस दरबार से कोई भी दुखियारा खाली हाथ नहीं लौटते. मां भगवती उनके मुरादों की झोली अवश्य भरती हैं. 135 वर्ष पूर्व हाट परिसर में दुर्गापूजा की शुरूआत जमींदार स्व यमुना प्रसाद सिंह ने की. उनके बाद ठाकुर यशवंत प्रसाद सिंह ने व्यवस्था की कमान संभाली. वर्तमान में पूजा कमेटी के अध्यक्ष सह जमींदार घराने के ठाकुर अभिमन्यु सिंह पूजा संचालन की देखरेख कर रहे हैं. इसमें ठाकुर सौरभ सिंह, ठाकुर कुंदन सिंह, निलेश सिंह सहित पूरा परिवार श्रद्धालुओं की सुविधा व सहयोग को लेकर तत्पर रहते हैं. इस पुरानी दुर्गा मंदिर में पिछले 135 वर्षों से महाअष्टमी के मौके पर दंड प्रणाम की परंपरा आज भी जारी है. इसमें करीब 15 किलोमीटर दूर तक के गांवों से भी महिला-पुरुष अपनी मन्नत को लेकर यहां मंदिर की परिक्रमा दंड प्रणाम करते हुए करते हैं. मूर्तिकार द्वारा मां भगवती की भव्य प्रतिमा तैयार की गयी है. आगामी 29 सितंबर सोमवार को सप्तमी तिथि को प्राण-प्रतिष्ठा के बाद देवी स्थापन का कार्य होगा. फिर मंदिर का पट श्रद्धालुओं के दर्शन-पूजा को लेकर खोल दिया जायेगा. एकादशी तिथि को होगा प्रतिमा का विसर्जन दुर्गा मंदिर के व्यवस्थापक ठाकुर कुंदन कुमार सिंह ने बताया कि आगामी 30 सितंबर मंगलवार की सुबह तीन बजे से दिन के एक बजकर 45 मिनट तक श्रद्धालु मां को फल व पकवान से सजी डलिया चढ़ाएंगी. इसके बाद संध्या पूजा व निशा बलि शुरू होगी. एक अक्तूबर बुधवार को महानवमी व दो अक्तूबर गुरुवार को विजयादशमी तिथि को कलश-विसर्जन पूजा होगी, जबकि 3 अक्तूबर शुक्रवार को शोभायात्रा के साथ प्रतिमा का जल विसर्जन होगा.
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