-प्राथमिक विद्यालय कालझर में एचएम ने खुद के पैसे से किया वितरण कटोरिया. एक ओर जहां चिलचिलाती धूप से जनजीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. वहीं दूसरी ओर कटोरिया के एक सरकारी स्कूल के प्रधानाध्यापक ने खुद के खर्च से जब बुधवार की दोपहर सवा बारह बजे छुट्टी के समय बच्चों के बीच छाता का वितरण किया, तो सभी बच्चे खिलखिला उठे. साथ ही अपने गुरूजन की दया, करूणा व सकारात्मक सोच की काफी सराहना भी की. कटोरिया प्रखंड के बसमत्ता पंचायत अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय कालझार के प्रभारी प्रधानाध्यापक आलोक रंजन ने बुधवार को पंद्रह छात्र-छात्राओं के बीच छाता का वितरण किया. छाता प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं में करीब डेढ़ किलोमीटर दूर स्थित मालबथान गांव से पैदल स्कूल आने वाले आदिवासी बच्चे शामिल हैं. ऐसे बच्चों को स्कूल से छुट्टी के समय प्रचंड गर्मी व चिलचिलाती धूप का सामना करना पड़ता था. बच्चों की परेशानी को देखते हुए एचएम ने पंद्रह बच्चों को छाता प्रदान किया. आने वाले दिनों में फिर इतने ही बच्चों में छाता वितरण का लक्ष्य रखा है. इससे पहले प्रधानाध्यापक ने खुद के खर्चे से ही बच्चों के बीच स्कूल का नाम अंकित कर टी-शर्ट भी बांटे थे. बुधवार को छाता प्राप्त करने वाले बच्चों में समीर टुडु, बबली टुडु, सबीना बेसरा, किरण टुडु, मुकेश टुडु, राजेश टुडु, मनीषा हैंब्रम, अनिल मुर्मू, रेशमा हैंब्रम, सलोनी मुर्मू, नीलमुनि टुडु, सुनील मुर्मू आदि शामिल हैं. इस मौके पर स्कूल की सहायक शिक्षिका ममता कुमारी, शिक्षक राहुल चंद्र, टोला सेवक पुष्पा देवी आदि मौजूद थे. ज्ञात हो कि प्राथमिक विद्यालय कालझर में कुल 62 बच्चे नामांकित हैं. -एचएम ने एक नेत्रहीन किशोरी को लिया है गोद प्राथमिक विद्यालय कालझर के प्रधानाध्यापक सह चांदन निवासी आलोक रंजन ने बताया कि उन्होंने मालबथान गांव निवासी तेरह वर्षीया नेत्रहीन बच्ची तालो टुडु को गोद भी लिया है. उसके माता-पिता का निधन हो गया है. वह अपने नाना लोधो टुडु के पास ही रहती है. उक्त किशोरी को वे हमेशा कपड़ा, स्वेटर, साबुन, सर्फ, बिस्कुट, श्रृंगार सामग्री आदि उपलब्ध कराते रहते हैं. हाल के दिनों में उसका यूडीआइडी कार्ड व आधार कार्ड भी बनवा दिया है. हालांकि अब तक उसे दिव्यांगता पेंशन नहीं मिल पा रहा है.
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