श्रद्धालुओं, सैलानियों व स्थानीय लोगों को हो रही परेशानी
संजीव पाठक, बौंसी. लोगों को खुले में शौच से मुक्ति दिलाने के उद्देश्य से स्वच्छ भारत मिशन और मनरेगा के तहत सार्वजनिक शौचालयों को तैयार किया गया था, लेकिन नगर पंचायत क्षेत्र के मंदार तराई में बना हुआ सामुदायिक शौचालय एक वर्ष से बंद पड़ा हुआ है. इसकी वजह से स्थानीय दुकानदारों और सैलानियों को भारी परेशानी हो रही है. जानकारी हो कि मंदार तराई में मनरेगा मद से सामुदायिक शौचालय का निर्माण नगर पंचायत गठन के पहले ही किया गया था. नगर पंचायत गठन के बाद तत्कालीन मनरेगा के कार्यक्रम पदाधिकारी के द्वारा 22 जनवरी 2024 को पत्रांक 201 के अनुसार सामुदायिक शौचालय नगर पंचायत को हस्तांतरित कर दिया गया था. इसकी प्रतिलिपि उप विकास आयुक्त और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा को भी दे दी गयी थी. शौचालय हस्तांतरण के बाद भी इसमें ताला लगा हुआ है. सफाई व्यवस्था ठप है और पानी की भी कोई उपलब्धता नहीं है.राजस्व का हो रहा नुकसान
जानकारी हो कि नगर पंचायत के तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी के समय ही इसे हस्तांतरित किया गया था. लेकिन आज भी स्थिति जस की तस बनी हुई है. लोगों का कहना है कि सरकार एक ओर खुले में शौच से मुक्ति की बात करती है और दूसरी ओर तैयार सुविधाओं का रख- रखाव नहीं हो पा रहा है. ऐसे में जहां लाखों रुपये की लागत से बना सामुदायिक शौचालय खराब हो रहा है. वहीं नगर पंचायत यहां से मिलने वाले राजस्व से भी वंचित हो रहा है. अगर समुचित समाधान के साथ इसे फिर से आरंभ करा दिया जाये, तो यहां आने वाले सैलानियों, श्रद्धालुओं के साथ-साथ स्थानीय दुकानदारों को भी सुविधा मिलेगी. इसके साथ ही नगर पंचायत को अच्छे खासे राजस्व की प्राप्ति भी हो सकती है.स्थानीय नागरिकों की
राय
– व्यवसायी कल्याण समिति के अध्यक्ष राजू सिंह ने बताया कि अगर सुविधा बनी है, तो उसे चालू भी रहना चाहिए. बंद पड़े शौचालय से कोई फायदा नहीं है.– सामाजिक कार्यकर्ता देवाशीष उर्फ निप्पू पांडे ने बताया कि इसके आरंभ हो जाने से लोगों को सुविधा मिलेगी और सरकार को राजस्व प्राप्त होगा.
– पंडा टोला निवासी निर्मल झा ने प्रभात खबर के जरिये मांग की है कि शौचालय को तुरंत चालू किया जाये, सफाईकर्मी की नियमित ड्यूटी लगे और पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये, ताकि यह सुविधा अपने उद्देश्य के अनुसार काम कर सके.– भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता मनीष राय ने बताया कि मैं जिला प्रशासन से मांग करता हूं कि अविलंब इसे व्यवस्थित कर आरंभ किया जाये, ताकि मंदार आने वाले लोगों को खुले में मल-मूत्र नहीं त्यागना पड़े.
कहते हैं अधिकारी
नगर पंचायत की कार्यपालक पदाधिकारी सोनाली कुमारी ने बताया कि मामले की उन्हें जानकारी नहीं थी. फाइलों का अवलोकन कर अविलंब इसे आरंभ कराया जायेगा.
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