धोरैया. धोरैया प्रखंड में मिशन निपुण बिहार को लेकर शिक्षकों के उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन बुधवार को उच्च विद्यालय धोरैया में किया गया. बीईओ अमोद कुमार के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम में प्राथमिक और मध्य विद्यालयों के शिक्षकों को सीखने के नवाचार पूर्ण तरीकों, मूल्यांकन पद्धतियों और गुणवत्ता सुधार के उपायों से अवगत कराया गया. सत्र का संचालन इन्वॉल्व संस्था के जिला प्रमुख श्री विष्णु नारायण सिंह ने किया. उन्होंने मिशन निपुण बिहार के उद्देश्यों, सीखने के परिणामों और बेसलाइन परीक्षणों की उपयोगिता पर विस्तृत मार्ग दर्शन दिया. उन्होंने इस बात पर विशेष बल दिया कि सुरक्षित, प्रोत्साहनकारी और छात्र-केंद्रित वातावरण तैयार करने से बच्चों की अकादमिक प्रगति और व्यक्तित्व विकास दोनों में उल्लेखनीय सुधार होता है. कार्यशाला में प्रकाश सर्वे 2024 और एनसीआरटी बेसलाइन आकलन में जिले के अपेक्षाकृत कमजोर प्रदर्शन पर भी रचनात्मक और समाधान पर चर्चा हुई. शिक्षकों के साथ मिलकर यह समझ विकसित की गयी कि कमजोरियों को अवसर में बदला जाए. डेटा-आधारित योजना, सतत शिक्षक समर्थन और सुदृढ़ कक्षाशिक्षण रणनीतियों के माध्यम से आने वाले मूल्यांकन में बेहतर परिणाम हासिल किए जा सकते हैं. चर्चा से शिक्षकों में एक सकारात्मक और प्रगतिशील दृष्टिकोण विकसित किया गया. कार्यशाला में पीयर लर्निंग मॉडल को भी विस्तार से समझाया गया. बीईओ ने कहा कि यदि बच्चों को अवसर, विश्वास और खुला मंच दिया जाए, तो वे अपेक्षाओं से कहीं अधिक प्रदर्शन करने में सक्षम होते हैं. उन्होंने पीयर लर्निंग समूहों के अवलोकन का उल्लेख करते हुए कहा कि इस तरह का उन्मुखीकरण मिशन निपुण के प्रभावी क्रियान्वयन व जिले में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
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