बाराहाट. प्रखंड क्षेत्र में मोहनपुर के समीप गुरुवार को उस वक्त अफरा-तफरी मच गयी, जब उद्यान निदेशालय पटना से भेजे गये आलू बीज का वितरण बिना किसी पूर्व सूचना और बिना व्यवस्थित व्यवस्था के शुरू कर दिया गया. सड़क किनारे अचानक किये गये इस वितरण से जहां राहगीरों को लंबी जाम और अव्यवस्था का सामना करना पड़ा, वहीं बांका के कई प्रखंडों के किसान इस योजना से वंचित रह गये. सड़क पर अफरा-तफरी जैसी स्थिति बन गयी. जब विभागीय टीम ने अचानक ट्रक खड़ा कर आलू बीज के पैकेट बांटने शुरू कर दिए. सूचना के अभाव में कई किसान मौके पर पहुंच ही नहीं पाये. जबकि कुछ प्रखंडों से आये किसानों को बताया गया कि “बीज खत्म हो गया है”.
किसानों का आरोप
किसानों ने कहा कि बीज वितरण की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गयी न जगह का निर्धारण किया गया, न ही भीड़ प्रबंधन की व्यवस्था थी. 11 प्रखंडों के लिए भेजे गये बीज का फायदा सीमित किसानों को ही मिला. उस पर भी सड़क किनारे हुई गतिविधि से आम लोगों को जाम और धूल-गंदगी की समस्या झेलनी पड़ी. किसानों का कहना है कि यदि वितरण की सही जानकारी पहले दी जाती और किसी सरकारी परिसर में व्यवस्था की जाती, तो अधिक लोगों को लाभ मिलता और अव्यवस्था नहीं फैलती. स्थानीय लोगों ने प्रशासन से ऐसे कार्यक्रमों के लिए सुव्यवस्थित स्थल, समय की पूर्व घोषणा और भीड़ प्रबंधन की मांग की है.कहते हैं अधिकारी
जिला उद्यान पदाधिकारी दिवाकर कुमार भारती ने बताया कि निदेशालय से भेजे गये बीज का वितरण आवेदन करने वाले किसानों के बीच किया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

