फुल्लीडुमर. खेसर थाना क्षेत्र के घियाही गांव में बुधवार को अतिक्रमित सरकारी जमीन को प्रशासन के द्वारा जेसीबी लगाकर खाली कराया गया. अतिक्रमण हटाने का नेतृत्व एसडीएम अविनाश कुमार, एसडीपीओ बेलहर राजकिशोर सिंह कर रहे थे. इस मौके पर स्थानीय सीओ मनोज कुमार व थानाध्यक्ष बलवीर विलक्षण के अलावा भारी संख्या में खेसर, फुल्लीडुमर व बेलहर थाना की पुलिस मौजूद थे. इस दौरान सरकारी जमीन पर दिये गये दीवार व झोपड़ी आदि को हटाया गया. मालूम हो कि घियाही गांव में सरकारी जमीन पर कब्जा करने को लेकर गांव के ही दो पक्ष कैलाश यादव एवं वकील यादव के बीच वर्षो से विवाद चला आ रहा है. पूर्व में यह मामला खेसर थाना में आयोजित जनता दरबार में भी पहुंचा था. जहां जमीन संबंधित कागजातों की जांच की गयी थी. मामले में सीओ के निर्देश पर संबंधित पंचायत के राजस्व कर्मचारी के जांच प्रतिवेदन में उक्त जमीन को बिहार सरकार गैर मजरुआ आम बताया गया था. राजस्व कर्मचारी के जांच रिपोर्ट के आधार पर सीओ ने इसे सरकारी जमीन बताते हुये किसी भी तरह का निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गयी थी. बावजूद कैलाश यादव अपने भाइयों के साथ मिलकर उक्त जमीन पर एक ओर 5.7 फीट उंचा दीवार दे दिया. जिसकी सूचना विपक्षी वकील यादव के द्वारा वरीय व स्थानीय पदाधिकारियों को दी गयी थी. सूचना मिलते ही वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर गत मंगलवार को सीओ स्थल निरीक्षण करने घियाही गांव पहुंच गये. जहां पूर्व से दोनों पक्षों के बीच गाली-गलौज, लाठी व डंडे एवं पथराव हो रहा था. इसी बीच कैलाश यादव की ओर से सीओ के सरकारी वाहन पर भी पथराव कर दिया गया. जिससे वाहन का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया एवं चालक को मामूली चोटे लगी. हालांकि घटना में सीओ बाल-बाल बच गये. सीओ ने बताया है कि सरकारी कार्य में बाधा एवं सरकारी वाहन पर किये गये पथराव आदि मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी. पूरे मामले में एसडीएम ने बताया है कि सरकारी जमीन पर अतिक्रमण को हटाया गया है. साथ ही सीओ को सरकारी जमीन की मापी कराने का निर्देश दिया गया है. कहा कि किसी भी सुरत में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण बर्दाश्त नही होगी. -मारपीट के मामले में पुलिस ने चार को किया गिरफ्तार घियाही गांव में सरकारी जमीनी विवाद को लेकर गत मंगलवार को दो पक्षों में जमकर मारपीट हो गयी. जिसमें प्रथम पक्ष के जख्मी वकील यादव एवं दूसरे पक्ष के कलावती देवी का उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फुल्लीडुमर में किया गया. मामले को लेकर दोनों पक्षों के द्वारा थाना में लिखित आवेदन दिया गया है. जिसमें प्रथम पक्ष के वकील यादव ने गांव के ही कलावती देवी पति राजेंद्र यादव, रिंकी देवी पति पवन यादव, बबली देवी पति प्रमोद यादव को नामजद किया गया है. जबकि दूसरी पक्ष के कलावती देवी ने वकील यादव को नामजद आरोपी बनाया है. थानाध्यक्ष बलवीर विलक्षण ने बताया है कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुये नामजद चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में बांका भेज दिया.
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