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उपकरणों के अभाव में बेकार पड़ा है आइसीयू भवन

बीएमएसआइसीएल ने एक करोड़ की लागत से किया है निर्माण पूरी तरह से हाइटेक व वातानुकूलित है भवन बांका : बांका सदर अस्पताल परिसर में बच्चों के सघन रोग के लिए बने आइसीयू भवन संसाधनों की कमी के कारण अब तक चालू नही हो पाया है. सदर अस्पताल में शिशु रोग के उपचार के लिए […]

बीएमएसआइसीएल ने एक करोड़ की लागत से किया है निर्माण

पूरी तरह से हाइटेक व वातानुकूलित है भवन
बांका : बांका सदर अस्पताल परिसर में बच्चों के सघन रोग के लिए बने आइसीयू भवन संसाधनों की कमी के कारण अब तक चालू नही हो पाया है. सदर अस्पताल में शिशु रोग के उपचार के लिए यह आइसीयू भवन हाइटेक व वातानुकूलित है.
आइसीयू के आठ बेड को ऑक्सीजन पाईप लाईन से जोड़ा गया है. जहां 18 वारमर, छह फोटोथेरापी और छह ऑक्सीजन कंटेनर भी लगाया जाना है. सदर अस्पताल में यह भवन राज्य सरकार के अधिकृत बीएमएसआईसीएल कंपनी के द्वारा करीब एक करोड़ की लागत से निर्माण कार्य को अंजाम दिया गया है. यह भवन विगत छह माह पूर्व ही बनकर तैयार हो चुकी है. बावजूद आइसीयू में लगने वाले मेडिकल इंस्टूमेंट के आभाव में अब तक चालू नहीं हो सकी है.
आइसीयू में किन बच्चों का होगा उपचार: वातानुकूलित आइसीयू में शून्य से एक वर्ष आयु वर्ग के उन बच्चों का उपचार होगा. जो बच्चें जन्म के साथ ही एसफेक्सिया, हाईपोथरमियां या फिर फिजियोलाजिकल जोंडिस आदि खतरनाक रोग से ग्रसित है. ऐसे नवजात बच्चें को इस आइसीयू में दाखिल कर शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सक की देख-रेख में ईलाज किया जायेगा. अस्पताल में इसके लिए 10 बेड बनाये गये है. ये सभी बेड अतिआधुनिक मेडिकल उपकरण से लैस है.ं
क्या है मामला: सदर अस्पताल परिसर में बने आइसीयू भवन में अब तक सिर्फ फर्निचर ही लगे है. राज्य सरकार के द्वारा सुबे में इस तरह के करीब 37 जिलों में आइसीयू भवन का निर्माण करने का लक्ष्य है. बांका में भी इसका निर्माण कार्य शुरू किया गया. लेकिन बीच में ही निबंधित संवेदक ने निर्माण कार्य को छोड़ दिया. बाद में राज्य सरकार की अधिकृत कंपनी के द्वारा इस भवन को पूरा किया गया. लेकिन भवन निर्माण के छह माह बाद भी अब तक आइसीयू में लगने वाले यंत्रों के नहीं आने से यह अस्पताल शुरू नहीं हो सका है. इसके अलावा अस्पताल में अलग से शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सक, जीएनएम की प्रतिनियुक्ति नहीं होने से भी यह मामला यहां अटका हुआ है.
कहते हैं अधिकारी
सदर अस्पताल परिसर में नवजात शिशुओं के गंभीर रोग की उपचार के लिए आइसीयू भवन का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है. आइसीयू भवन में मेडिकल उपकरण लगाने का विभागीय आदेश भी मिल चुका है. जिला से विभाग को उपकरण की आपूर्ति के लिए पत्र भी भेज दिया गया है. एक माह के अंदर उपकरणों की आपूर्ति हो जायेगी और शीघ्र ही आइसीयू कार्यरत हो जायेगा.
सुधीर कुमार महतो, सिविल सर्जन, बांका

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