बांका : जिले में बालू माफिया का एक बहुत बड़ा गिरोह सक्रिय है. जिसमें कई सफेदपोश लोग भी शामिल है. जो प्रशासन की आंखों में धुल झोक कर इस कारोबार से लाखों की कमाई कर रहे है. इन बालू माफियाओं का नेटवर्क भी हाईटेक है. किसी अवैध बालू धाट पर पुलिस की कार्रवाई होने के पूर्व ही इसकी सूचना उनतक मिल जाती है.
जिससे पुलिस को कई वार निराशा ही हाथ लगी है. अवैध बालू का खेल जिले के लगभग सभी प्रखड़ों में बदस्सुर जारी है. बालू माफियाओं द्वारा दिन के उजाले से लेकर रात के अंधेरे तक बालू का खेल किया जाता है, जो बालू पूर्णिया, सहरसा, कटिहार, नवगछिया, भागलपुर, किशनगंज, अररिया सहित नेपाल के सीमा तक पहुंचाई जाती है. इन जिलों में बांका की बालू का काफी मांग भी है. इस मांग को देखते हुए बालू माफियाओं का करोबार चरम पर है. और इस कारोबार में माफिया लगातार माला-माल होते जा रहे है.
जानकारी के अनुसार अमरपुर के मादाचक से लेकर मालदेहचक, भदरीया, तारडीह, कुशुमखर, बेरमा व कजरैली तक बांका के मजलिसपुर एवं लखनौडी, रजौन के मझौली, करमा, मोरचाघाट, शंभुगंज के बडुआ नदी धाट सहित दर्जनों बालू घाटों से माफियाओं द्वारा अवैध उत्खनन किया जाता है, एवं कई दर्जन जगहों पर अवैध बालू की डंपिग भी की जाती है.
पुलिस को इन अवैध कारोबारियों की जानकारी भी मिलती रहती है, लेकिन प्रशासन के लाख चाहने के बाबजूद भी बालू का यह अवैध कारोबार जारी है. हालांकि स्थानीय लोगों द्वारा इसका पूरजोर विरोध भी किया जाता रहा है, लेकिन बालू माफियाओं के नेटवर्क के आगे इनकी एक भी नहीं चलती है.
बांका : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गत मंगलवार को बालू के अवैध खनन को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन को इस पर लगाम लगाने का सख्त निर्देश जारी किया है. इस निर्देश के बाद जहां जिला प्रशासन और अधिक सजग हुई है. वहीं बालू माफियाओं के बीच खौफ का माहौल देखा गया. पुलिस प्रशासन ने बुधवार एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर आम लोगों के लिए पुलिस नियंत्रण कक्ष का नंबर 06424-22227 एवं 100 को सार्वजनिक किया है, जो 24 घंटा कार्यरत रहेगी. पुलिस ने आम नागरिकों से सहयोग की अपील की है. जिलेवासियों से पुलिस को बालू के अवैध खनन, अवैध शराब व अन्य घटनाओं की सूचना उक्त नंबर पर देने की बात कही है. सूचना देने वाले का नाम एवं पता गुप्त रखा जायेगा.