* शिक्षा विभाग की बैठक में लिये गये कई निर्णय
बांका : गुणवत्तापूर्ण शिक्षा कार्यक्रम हेतु गठित समिति की बैठक आयोजित की गयी. बैठक की अध्यक्षता डीइओ ज्योति कुमार ने की, जिसमें कई प्रस्तावों की समीक्षा कर विचार किये गये. छपरा में मध्याह्न् भोजन योजना में हुई दुर्घटना के बाद सीआरसीसी, बीआरसीसी एवं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को निगरानी हेतु कहा गया है.
कमेटी का प्रस्ताव दिया गया कि जिले में अभी तक सभी संकुल के लिए सीआरसीसी का चयन निर्धारित अर्हता के शिक्षक उपलब्ध नहीं होने के कारण नहीं हो पाया है. सीआरसीसी चयन के लिए निर्धारित अर्हता शिथिल करने हेतु निदेशक, शोध एवं प्रशिक्षण, शिक्षा विभाग पटना को कई पत्र दिये जा चुके हैं.
सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया है कि सीआरसीसी चयन हेतु निर्धारित अर्हता शिथिल करते हुए स्नातकोत्तर योग्यताधारी के चयन पर विभाग से सहमति प्राप्त करने के लिए पुन: पत्र भेजा जाये, ताकि तत्काल सभी संकुल में सीआरसीसी का चयन कार्य आसान हो सके. बैठक में निर्णय लिया कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सभी गुणवत्ता शिक्षा कार्यक्रम की समीक्षा कर इसका प्रतिवेदन जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय को उपलब्ध करायें. ऐसे संकुल जहां सीआरसीसी का चयन नहीं हुआ है. उसका नाम सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को उपलब्ध करायें.
निरीक्षण के दौरान गुणवत्ता शिक्षा में कमी पायी गयी. इस बाबत सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि सीआरसीसी एवं बीआरसीसी माह सितंबर तक सीखने की गति में 25 प्रतिशत प्रगति के लक्ष्य को पूरा करने के लिए कठोर परिश्रम कर शिक्षकों से ठोस कदम उठाने की दिशा में कार्रवाई करेंगे. प्रस्ताव में यह कहा गया कि जिन शिक्षकों का चयन सीआरसीसी एवं बीआरसीसी के पद पर हो गया है, चयन होने के बाद दायित्व से मुकरने की मंशा पर उक्त शिक्षक पर निश्चित रूप से अनुशासनिक कार्रवाई होनी चाहिए.
चयन के बाद त्याग की मंशा रखने वाले शिक्षकों के ऊपर कार्रवाई के लिए बीइओ को प्रतिवेदन उपलब्ध कराने को कहा गया है. वहीं बैठक में प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा गुणवत्ता शिक्षा कार्यक्रम के लिए सभी प्रारंभिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों की बैठक बुलाने का प्रस्ताव दिया गया है. साथ ही निर्णय लिया गया है कि संभाग प्रभारी प्रारंभिक औपचारिक शिक्षा माह के प्रत्येक शनिवार को तीन–तीन प्रखंडों के प्रधानाध्यापक की तिथि प्रस्तावित देकर आदेश प्राप्त करेंगे.
* शिक्षकों ने लिया एमडीएम बंद करने का फैसला
बाराहाट : प्रखंड क्षेत्र के प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में गुरुवार से एमडीएम बंद रहेगा. इस फैसले पर सर्वसम्मती से बुधवार को आयोजित एक बैठक में सभी शिक्षकों ने मुहर लगा दी. चर्चा करते हुए शिक्षकों ने प्रखंड शिक्षक संघ अनिल मांझी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कहा कि विद्यालय में शिक्षकों के सहयोग से एमडीएम का संचालन किया जाता है, जबकी हाल के दिनों हुई घटना में सिर्फ शिक्षकों को ही पूर्ण जिम्मेवार माना जाता रहा है.
इसलिए बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर जिला शिक्षक संघ की सहमति से अंचल शिक्षकों ने एमडीएम बंद करने का फैसला लिया है. बैठक में शिक्षकों के लंबित मानदेय के भुगतान पर संघ के सचिव राम किशोर सिंह ने कहा कि एक माह के बकाया मानदेय का भुगतान कराया जा चुका है.
शेष मानदेय का भुगतान भी शीघ्र कराने की दिशा में पहल की जा रही है. वहीं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की सेवा निवृत्ति के संबंध में चर्चा करते हुए एक प्रस्ताव लाया गया, जिसमें सबों की सहमति से निर्णय लिया गया कि शिक्षक दिवस के मौके पर सेवानिवृत्त शिक्षकों के साथ अधिकारी की विदाई का भी समारोह रखा जायेगा. इस मौके पर अंकेक्षक प्रमोद यादव, दिलीप झा, प्रभाष पंडित, अम्बुज झा, अनिल मांझी सहित अंचल प्रतिनिधि, समन्वयक एवं विद्यालय प्रभारी मौजूद थे.