सीओ ने समझा-बुझाकर किसानों को शांत करा शुरू कराया काम देव. सूर्यनगरी देव मे स्वीकृत रिंग रोड निर्माण को लेकर देव अंचल द्वारा भूमि मापी का कार्य चल रहा है. रिंग रोड के निर्माण से छठ महापर्व के दौरान आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा के साथ-साथ जाम से निजात मिलेगी. पातालगंगा में बनने वाली मेडिकल काॅलेज तक सुलभ आवागमन रिंग रोड से मिलेगी. इधर, सोमवार को देव अंचल के कुशहा गांव के समीप नहर से देव केताकी रोड में भू अर्जन अमीन मुस्ताक अहमद, अंचल अमीन तरुण कुमार मापी के लिए पहुंचे तो किसानों ने विरोध जताया. किसान रंजीत कुमार यादव, मनोहर मिश्र, विनय यादव, दरोगा यादव, लालमोहन यादव, अशोक यादव, प्रमोद कुमार, श्यामसुंदर यादव, अरविंद यादव, विमल यादव, अरुण यादव, बिंदेश्वरी यादव, सूबेदार यादव आदि ग्रामीणों ने मापी का विरोध किया व मापी करने से कर्मियों को रोक दिया. सूचना पर सीओ दीपक कुमार पहुंचे व किसानों को समझा-बुझाकर शांत कराया. जो भी न्याय संगत निर्णय होगा सर्वमान्य होगा. ग्रामीणों ने बताया कि उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. सड़क निर्माण के लिए 138 फुट चौड़ाई में जमीन की मापी की जा रही है व जमीन मुआवजे को लेकर किसान व प्रशासन के बीच अब तक राशि तय नहीं की गयी है. ग्रामीणों की जानकारी मिली कि जमीन अधिग्रहण का मुआवजा धनहर खेती के रूप में दिया जायेगा. किसानों ने कहा कि जमीन जब सड़क किनारे हैं और जमीन की जब रजिस्ट्री आवासीय एवं व्यवसायिक होती, तो रजिस्ट्री कार्यालय में अलग-अलग शुल्क जमा करना पड़ता है. जब मुआवजे की बात होती है उसे जमीन के बारे में अंचल द्वारा धनहर खेती की जमीन बताई जाती है जो न्याय संगत नहीं है. सीओ दीपक कुमार ने बताया कि जमीन मुआवजा का दर निर्धारण वरीय पदाधिकारी द्वारा किया जाता है .जमीन मापी के पश्चात वरीय पदाधिकारी और किसान दोनों के साथ जिला प्रशासन द्वारा राशि तय कर भुगतान किया जायेगा. ज्ञात हो कि सूर्य नगरी देव में श्रद्धालुओं और ग्रामीणों को छठ मेला के दौरान जाम तथा बेतरतीब आवागमन की परेशानी से निजात दिलाने के लिए रिंग रोड निर्माण की स्वीकृति दी गयी है. निर्माण कार्य कराने को लेकर मापी करायी जा रही है.
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