कुटुंबा प्रखंड इलाके में तस्करों ने जमाया डेरा, पुलिस अनभिज्ञ कुटुंबा. कुटुंबा प्रखंड क्षेत्र में बड़े पैमाने पर कछुआ की तस्करी की जा रही है. प्रशासनिक अधिकारी असंवेदनशील दिख रहे हैं. आये दिन वन्य प्राणियों के साथ-साथ पर्यावरण पर खतरा मंडराता नजर आ रहा है. जानकारी अनुसार बाहर से आये तस्कर ग्रामीण क्षेत्र के बधार से सांप पकड़ कर ले जा रहे है. नेवला व सियार को अपना आहार बनाने के लिए मार रहे हैं. किसान तस्करों के उक्त कारनामों से अभी तक अनभिज्ञ थे. सोमवार से गुरुवार के बीच बाहर से आये तस्करों ने सुही गांव के बधार से दो दर्जन से अधिक कछुओं को पकड़ कर ले गये, तो किसान अचानक सचेत हुए. तस्करों के इस कारनामे से वन्य जीवों के विलुप्त होने का खतरा बढ़ता नजर आ रहा है. पर्यावरण प्रदूषण से वन्य प्राणियों पर खतरा उत्पन्न हो गया है. किसान फसल लगे खेत में चूहों के आतंक से परेशान हैं. ऐसा माना जा रहा है कि एक खास समाज के लोग खेत खलिहान में घूम-घूम कर कछुआ पकड़ कर ले जा रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि सभी तस्कर कुटुंबा थाना क्षेत्र के विभिन्न गांव में डेरा डाले हुए हैं. माना जा रहा है कि पुलिस को इसकी जानकारी नहीं है. सूही व देवरिया गांव के ग्रामीण बताते हैं कि दिन में तस्कर घर के पिछवाड़े, मकान से सटे खाली भूमि आदि जगह पर घूम-घूम कर कछुआ को खोजते फिरते हैं. तस्कर रात में घरों में चोरी करते हैं. ग्रामीणो ने जिला प्रशासन व वन्य जीव संरक्षण विभाग का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराते हुए तस्करों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है. इस सबंध में वन प्रक्षेत्र महाराजगंज के आरएफओ अविनाश कुमार ने बताया कि तस्करों को गिरफ्तार करने लिए संबधित थाने की पुलिस को पत्र लिखा जायेगा.
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