कुटुंबा. टीएलएम प्रदर्शनी सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि शिक्षा के प्रति समर्पण और नवाचार का प्रतीक है. यह बातें पल्स टू हाइ स्कूल तुरता के हेडमास्टर कुंदन कुमार ने कही. वे विद्यालय परिसर में आयोजित टीएलएम प्रदर्शनी को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि टीएलएम मॉडल शिक्षकों और बच्चों दोनों के लिए प्रेरणास्रोत है. शिक्षकों द्वारा तैयार किये गये कला-कौशल को देखने से बच्चों के मस्तिष्क पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. गुरुवार को कॉम्प्लेक्स रिसोर्स सेंटर तुरता में संकुल स्तरीय टीएलएम मेला 3.0 का आयोजन किया गया. मेले में संकुलाधीन मिडिल स्कूल ओरडीह, सूही, दुधमी तथा प्राइमरी स्कूल चनकप, सिमरी और बतसपुर के शिक्षक शामिल हुए. हालांकि, प्राइमरी स्कूल कोईरी बिगहा देवरिया के शिक्षक टीएलएम मेले में शामिल नहीं हुए. इस दौरान विभिन्न स्कूलों के शिक्षकों ने अपने द्वारा बनाये गये टीएलएम की प्रदर्शनी लगायी. ये टीएलएम कक्षा एक से पांच तक के हिंदी, अंग्रेजी, गणित व पर्यावरण विषयों पर आधारित थे. टीएलएम मेले का उद्घाटन हेडमास्टर कुंदन कुमार और समन्वयक सुनीता कुमारी ने संयुक्त रूप से किया. निर्णायक मंडल में नामित शिक्षकों ने सभी टीएलएम का सूक्ष्म अवलोकन किया और निर्धारित प्रपत्र में रेटिंग दी. परिणाम के अनुसार मिडिल स्कूल सूही के प्रकाश चंद्र मिश्र का टीएलएम प्रथम, प्राइमरी स्कूल चनकप के शिक्षक जितेंद्र पाल द्वितीय और बतसपुर के शिक्षक सुनील कुमार का टीएलएम तृतीय स्थान पर चुना गया. प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले उत्कृष्ट टीएलएम के शिक्षक-शिक्षिकाओं को मेडल और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया. संचालक ने बताया कि प्रदर्शनी में चयनित उत्कृष्ट टीएलएम तैयार करने वाले शिक्षक अब प्रखंड स्तरीय टीएलएम मेले में अपने मॉडलों के साथ शामिल होंगे.
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