मांग के बावजूद नहीं दिया गया ध्यान हसपुरा. गोह विधानसभा के चुनाव में हसपुरा बाजार में सार्वजनिक शौचालय नहीं बनाये जाने का मुद्दा उठ सकता है. प्रत्याशियों को इस मुद्दे से गुजरना भी होगा. ज्ञात हो कि वर्षों से सार्वजनिक शौचालय निर्माण कराये जाने की मांग उठती रही है. हसपुरा बाजार में हर दिन हजारों लोगों का आवागमन होता है. महिलाओं की संख्या अधिक होती है, लेकिन एक सार्वजनिक शौचालय नहीं होने से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है. पहले जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ अधिकारियों ने शौचालय निर्माण कराने का आश्वासन दिया था, लेकिन आश्वासन सिर्फ कोरा साबित हुआ. सामाजिक कार्यकर्ता रवींद्र सिंह, कामाख्या नारायण सिंह, डॉ देवलाल पासवान, हृदयानंद सिंह, रामजीत राम ने कहा कि हसपुरा बाजार करने हजारों महिलाएं प्रतिदिन आती हैं. उन्हें जब कभी जरूरत महसूस होती है, तो परेशानी काफी बढ़ जाती है. यह परेशानी पहले बस स्टैंड व प्रखंड कार्यालय में भी होती थी, लेकिन वहां शौचालय बन जाने से समस्या दूर हो गयी. हालांकि, वहां भी देखरेख का अभाव लोगों को खटकता है. ब्लॉक परिसर में शौचालय महिलाओं के लिए नाकाम साबित हो रहा है. असामाजिक तत्व के लोगों द्वारा गेट को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है. इस संबंध में बीडीओ प्रदीप कुमार चौधरी व सीओ कौशल्या कुमारी बतातीं हैं कि शौचालय निर्माण के लिए बाजार में पोस्ट ऑफिस के पास जगह का चयन हो गया है और प्राक्कलन के साथ स्वीकृति के लिए जिला को भेजा गया है. स्वीकृति मिलते ही शौचालय की समस्या दूर हो जायेगी.
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