नगर पर्षद जल्द ही सफाई व्यवस्था में बड़ा बदलाव करने जा रहा
शहरवासियों व राहगीरों के स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया कदमदाउदनगर. शहरवासियों व राहगीरों के स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नगर पर्षद जल्द ही सफाई व्यवस्था में बड़ा बदलाव करने जा रहा है. अब तक सफाई कर्मियों द्वारा झाड़ू लगाकर सड़कों की सफाई की जाती है. इसके कारण धूल उड़ने से लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ता है. इसी समस्या से राहत दिलाने के लिए नगर पर्षद द्वारा ऑटो स्वीपर मशीन खरीदने की तैयारी की गयी है. इस विषय पर नगर पर्षद बोर्ड की मासिक बैठक में चर्चा की गयी है. मुख्य पार्षद अंजलि कुमारी ने बताया कि सड़कों पर पड़े बालू और धूलकण को हटाने के लिए ऑटो स्वीपर मशीन की खरीद की जायेगी. इसके लिए आवश्यक विवरण जुटाया जा रहा है. प्रक्रिया पूरी होने के बाद जल्द ही खरीद का काम शुरू होगा. मशीन के आने से शहर की सड़कों के किनारे जमा धूल और बालू से लोगों को काफी हद तक निजात मिल सकेगी.
कई सड़कों पर धूल और बालू के ढेर बने मुसीबत
शहर की कई प्रमुख सड़कों पर सफाई की पुरानी पद्धति के कारण अब भी बालू और धूलकण के ढेर लगे रहते हैं. सफाई कर्मियों द्वारा झाड़ू लगाने के दौरान धूल उड़ने से उनका स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है. वहीं, कई स्थानों पर सड़क किनारे बालू जमा रहने से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है.
सोन पुल रोड पर बढ़ रहा खतरा
एनएच 139 के तरारी से शहीद प्रमोद सिंह चौक जाने वाली सड़क के किनारे काफी मात्रा में बालू पसरा हुआ है. सोन पुल चौराहा से सोन पुल मार्ग तक भी यही स्थिति बनी हुई है. इससे दोपहिया और चारपहिया वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. फुटपाथ पर भी बालू जमा होने से वाहन चालकों को सड़क पर ही चलना पड़ता है, जिसके कारण गिरकर चोटिल होने की घटनाएं होती रहती हैं. यह सड़क एनएच 120 है. इतनी महत्वपूर्ण सड़क होने के बावजूद समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है.
फुटपाथ पर धूल, पैदल चलना भी मुश्किल
एनएच 139 के दाउदनगर-पटना मुख्य मार्ग और एनएच 120 के दाउदनगर-गयाजी रोड में लंबी दूरी तक फुटपाथ पर बालू और धूल फैली रहती है. फुटपाथ न दिखने के कारण पैदल यात्रियों एवं बाइक सवारों के सामने दुर्घटना का खतरा बहुत बढ़ जाता है.
दाउदनगर-बारुण रोड पर भी गंभीर स्थिति
दाउदनगर थाना से अमृत बिगहा तक दाउदनगर-बारुण रोड के दोनों ओर काफी मात्रा में बालू और धूलकण बिखरे देखे जा सकते हैं. नगर पर्षद हो या संबंधित विभाग, सड़क की सफाई को लेकर किसी भी तरह की पहल नजर नहीं आती. स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क निर्माण के बाद आसपास के घरों एवं दुकानों के सामने फुटपाथ वाले हिस्से को मिट्टी और बालू से भरकर ऊंचा कर दिया गया है. इसी कारण सड़क पर बालू फैलकर धूल उड़ने की समस्या बढ़ गयी है. इससे यातायात बाधित रहता है और साइकिल व बाइक सवार आए दिन गिरकर घायल होते रहते हैं.
क्या है ऑटो स्वीपर मशीन की खासियत
सूत्रों के अनुसार ऑटो स्वीपर मशीन आधुनिक तकनीक से लैस होगी. यह एक दिन में करीब 30 किलोमीटर लंबी सड़क की सफाई कर सकेगी. इस मशीन से सड़क के साथ फुटपाथ और जेब्रा क्रॉसिंग की भी सफाई होगी. यह मशीन अति सूक्ष्म धूलकण तक को वैक्यूम तकनीक से अपने अंदर समेट लेगी.
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