औरंगाबाद/दाउदनगर. डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस के उपलक्ष में मनाया जाने वाले शिक्षक दिवस पर राजकीय शिक्षक पुरस्कार के लिए बिहार के जिन 72 शिक्षकों का चयन किया गया है उनमें औरंगाबाद जिले के दो विद्यालयों के प्रधानाध्यापक भी शामिल है इन दोनों का चयन राजकीय शिक्षक पुरस्कार 2025 के लिए किया गया है. इनमें दाउदनगर प्रखंड के राजकीय मध्य विद्यालय पिलछी के प्रधानाध्यापक डॉ अशोक कुमार एवं रफीगंज प्रखंड के राजकीय मध्य विद्यालय संथुआ के प्रधानाध्यापक सुनील राम शामिल हैं. ये दोनों पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में शुक्रवार को पुरस्कार ग्रहण करेंगे. राजकीय शिक्षक पुरस्कार शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रदान किया जाता है. शिक्षा के क्षेत्र में यह राज्य का सर्वोच्च सम्मान है. यह पुरस्कार विद्यालय में आधारभूत संरचना के विकास में जन समुदाय, बच्चों एवं शिक्षकों के साथ समन्वय स्थापित करने, शिक्षा में नवाचार के साथ सह शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा देने, बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान मिशन पर उल्लेखनीय कार्य करने एवं विद्यालय विकास हेतु कुशल नेतृत्व प्रदान करने के लिए दिया गया है.
ग्रामीण एवं शिक्षकों के सहयोग से कराया विद्यालय का विकास
दाउदनगर प्रखंड के बाबू अमौना निवासी डॉ अशोक कुमार 16 सितंबर 2023 से मध्य विद्यालय पिलछी के प्रधानाध्यापक हैं. यहां की स्थिति बहुत ही खराब थी.शौचालय, बॉन्ड्रीवॉल, पेयजल, बच्चों की उपस्थिति एवं ठहराव का अभाव था. कुछ वर्ग कक्षों पर बाहरी लोगों का कब्जा था.योगदान के साथ लगातार शिक्षकों, बच्चों एवं ग्रामीणों के साथ बैठक कर समस्या समाधान पर चर्चा की गसी. अंततः ग्राम पंचायत मुखिया से संपर्क कर शौचालय पुनरूद्धार एवं बॉन्ड्रीवॉल निर्माण करवाया गया. वर्गकक्ष को मुक्त कराकर विद्यालय के नियंत्रण में लाया गया. विभागीय पदाधिकारियों से लगातार संपर्क कर समरसेबल, रनिंग वाटर, विद्युतीकरण, छत मरम्मति, टेराकोटा पत्थर, ससमय कक्षा संचालन के लिए बेल टाईमर में गेट का निर्माण, ईको क्लब फॉर मिशन लाइफ की मदद से गमले एवं बॉन्ड्रीवॉल के बाहर बागवानी करवायी गयी. इसके अलावा अन्य कई कार्य कराये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

