Bihar News: औरंगाबाद शहर के कर्मा रोड स्थित एक निजी मकान में 44 वर्षीय पीटीसी कांस्टेबल की मौत हो गई. जानकारी के अनुसार कांस्टेबल को अचानक ब्रेन हेमरेज हुआ और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. मृतक की पहचान मुजफ्फरपुर जिले के अहियापुर थाना क्षेत्र के जीरो माइल गांव निवासी रामचंद्र महतो के पुत्र रणवीर कुमार के रूप में हुई है. जल्द ही उसका प्रमोशन भी होने वाला था, लेकिन उससे पहले ही उसकी मौत हो गई. घटना शुक्रवार की रात की बतायी जा रही है.
किराये के कमरे में रहता था जवान
शनिवार की दोपहर सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के दौरान मृतक के ससुर नेपाल के जलेश्वर निवासी लाल चौधरी ने बताया कि रणवीर शहर के करमा रोड में किराये के कमरे में रहता था. अचानक यहां विभाग से सूचना मिली कि रणवीर की मौत ब्रेन हेमरेज से हुई है.
अचानक बिगड़ी तबीयत
सदर अस्पताल में एएसआई धर्मवीर ने बताया कि शुक्रवार की शाम रणवीर अपनी ड्यूटी समाप्त कर अपने कमरे में सोने चला गया था. इसी बीच रात में रणवीर की तबीयत खराब हो गई. रणवीर ने बगल के कमरे में रह रहे अन्य सहकर्मियों को घटना की जानकारी दी. इसके बाद जवान उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल ले गए, जहां से डॉक्टरों ने रेफर कर दिया. जिसके बाद उसे गया ले जाया जा रहा था, लेकिन अस्पताल परिसर से निकलने से पहले ही उसकी मौत हो गई. इसके बाद परिजनों को घटना की जानकारी दी गई. सूचना मिलने पर शनिवार की दोपहर परिजन सदर अस्पताल पहुंचे और शव से लिपटकर दहाड़ मारकर रोने लगे.
पोस्टमार्टम कराने को लेकर परिजन व जवानों में हुई झड़प
सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम को लेकर परिजनों और नगर थाना व पुलिस लाइन के पुलिसकर्मियों के बीच बहस हुई. इस दौरान धक्का-मुक्की भी हुई. परिजनों को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि पीटीसी रणवीर की मौत हो चुकी है. काफी देर तक परिजन और पुलिस पोस्टमार्टम को लेकर उलझे रहे. परिजन इलाज कराने की मांग कर रहे थे और पुलिस पोस्टमार्टम कराने का दबाव बना रही थी. परिजन शव को लेकर निर्णय नहीं ले पा रहे थे. परिवार के दो युवकों ने जवानों से बहस भी की. अंत में मृतक के ससुर पोस्टमार्टम कराने की मांग पर अड़ गए और परिजनों की बात को अनसुना कर दिया. इसके बाद नगर थाने की पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया और शव परिजनों को सौंप दिया.
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2020 से औरंगाबाद में था पदस्थापित
जवानों ने बताया कि रणवीर 2020 से औरंगाबाद में तैनात था. फिलहाल वह एक महीने पहले बक्सर के डुमरांव से ट्रेनिंग से लौटा था और पुलिस लाइन में कार्यरत था. यह भी पता चला कि रणवीर का प्रमोशन होने वाला था, लेकिन उससे पहले ही उसकी मौत हो गई. परिजनों ने बताया कि मृतक का एक बेटा और एक बेटी है. घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और गांव में मातम पसरा है. इधर, औरंगाबाद पुलिस महकमे में शोक की लहर है.
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(औरंगाबाद से मनीष राज सिंघम की रिपोर्ट)