प्राधिकार की सचिव ने मंडल कारा का किया निरीक्षण, दिये कई सुझाव प्रतिनिधि, औरंगाबाद शहर. जिला विधिक सेवा प्राधिकार की सचिव तान्या पटेल ने शुक्रवार को औरंगाबाद मंडलकारा का औचक निरीक्षण किया. कारा में निरीक्षण के दौरान जेलर सरोज कुमार उपस्थित रहे. सचिव ने जेल के प्रत्येक वार्ड का निरीक्षण किया तथा बंदियों के संबंध में जानकारी प्राप्त की गयी. सचिव ने कैदियों को कारा में उत्पन्न हो रही समस्याओं से अवगत होने के उपरांत उनके समक्ष ही तत्काल निदान करने का निर्देश जेल प्रशासन को दिया. उन्होंने अपने निरीक्षण के दौरान बंदियों से उनकी जमानत व अधिवक्ता के संबंध में पूछताछ की तथा सभी कैदियों को कहा गया कि अगर आप निजी अधिवक्ता रखने में समक्ष नहीं है, तो जेल में प्रतिनियुक्त जेल भ्रमण अधिवक्ता अथवा कारा प्रशासन से उसे अग्रसारित कराते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कार्यालय में भेजें, जिससे कि पैनल अधिवक्ता की सेवा तत्काल उन्हें उपलब्ध करायी जा सके. इस निरीक्षण के दौरान सचिव ने जेल की साफ-सफाई के लिए आवश्यक निर्देश भी दिये. इसी क्रम में बारिश को देखते हुए मौसम आधारित बीमारियों से बचाव तथा मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के लिए हर संभव प्रयास करने का निर्देश दिया तथा मौसमी बीमारियों से संबंधित दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का निर्देश कारा प्रशासन को दिया. जेल में मिलने वाले खाने को मेन्यू के अनुसार और गुणवत्तापूर्ण रखने का निर्देश दिया, ताकि बंदियों के बीच असंतोष की भावना के साथ-साथ उन्हें भोजन जनित बीमारी नहीं हो. नये कैदी को अधिकार बनाएं सचिव ने यह भी निर्देश दिया कि जो भी नये कैदी जेल में आते हैं, तो उनके अधिकार व कर्तव्य के बारे में बताएं. साथ ही अगर उन्हें विधिक सहायता की आवश्यकता है, तो किस प्रकार उन्हें विधिक सहायता मिल सकती है, उसके बारे में भी बताएं. पूरे निरीक्षण के दौरान प्रशिक्षु न्यायिक पदाधिकारी निकिता राज, शिवांगी कुमारी एवं अमरेश कुमार दीपक, उप प्रमुख प्रतिरक्षा अधिवक्ता अभिनंदन कुमार और चंदन कुमार मिश्रा उपस्थित रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

