औरंगाबाद. सदर प्रखंड के नौगढ़ पंचायत के नेहुटा गांव के ग्रामीणों ने शुक्रवार को गांव की विभिन्न समस्याओं को लेकर वोट बहिष्कार का निर्णय लेते हुए गांव में प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने कहा कि सरकार गांवों को मूलभूत सुविधाएं बिजली, पानी, सड़क और स्कूल देने के लिए करोड़ों रुपये योजनाओं के माध्यम से खर्च कर रही है. लेकिन आज भी हमारा गांव विकास की राह देख रहा है. ग्रामीण संजय सिंह, राजकुमार सिंह, जगनारायण सिंह, प्रीतम कुमार सिंह, धनंजय सिंह, दूधेश्वर पासवान, रंजीत सिंह, मो इब्राहिम, रणधीर यादव, लक्ष्मण यादव, हीरालाल राम, सत्येंद्र पासवान, बैद्यनाथ साहब, मोहन मियां आदि ने कहा कि चुनाव बहिष्कार का निर्णय इसलिए लिया कि गांव किसी तरह का विकास नहीं हुआ है. जनप्रतिनिधि हमारा वोट तो ले लेते है, लेकिन दोबारा हाल भी नहीं लेने पहुंचते है. ग्रामीणों ने कहा कि गांव में 500 घर है जिसमें 1500 मतदाता है. गांव में सड़क, नाली, गली का अभाव है. श्मशान घाट जाने के लिए कैनाल पर पुलिया नहीं है. छठ घाट का निर्माण नहीं हुआ. पुल टूटने के कारण सोन नहर का पानी तीन वर्षों से खेत में नहीं पहुंच रहा है. नल जल वर्षों से बंद पड़ा है. इस बार लोकसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करेंगे .जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती है हर चुनाव का बहिष्कार करेंगे. आज तक पूरे नहीं हुए नेताओं के वादे ग्रामीणों ने बताया कि नेता चुनाव के वक्त आते हैं बात करके और वादे करके चले जाते हैं, लेकिन आज तक एक भी वादा पूरा नहीं हुआ. हम सबों ने गांव में बैनर पोस्टर लगाकर चुनाव का बहिष्कार किया है. जब तक मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलेगी तब तक हम वोट नहीं डालेंगे और नहीं गांव में किसी नेता को आने देंगे. जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती है तब तक हम लोग मतदान नहीं करेंगे. आज तक हमारी समस्या किसी ने सुनी नहीं . हम कई वर्षों से ठगे जा रहे हैं.
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नेहुटा के ग्रामीणों ने दी चुनाव बहिष्कार की चेतावनी
गांव में 500 घर है जिसमें 1500 मतदाता है.
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