धराशायी हुआ नकली दवा व कॉस्मेटिक माफिया का साम्राज्य
लाखों की नकली दवा, बिहार से मध्यप्रदेश तक फैला है नेटवर्कऔरंगाबाद सदर. औरंगाबाद में बड़े पैमाने पर चल रहे नकली दवा के कारोबार का भंडाफोड़ हुआ है. औरंगाबाद पुलिस व ब्रांड प्रोटेक्शन सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड की संयुक्त टीम ने टाउन थाना क्षेत्र के एक मार्केट के बेसमेंट में छापेमारी कर भारी मात्रा में नकली दवाओं और कॉस्मेटिक की खेप बरामद की है. कार्रवाई की भनक लगते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. जांच टीम जब मौके पर पहुंची तो दुकानों के शटर बंद मिले और बाहर हाई-रिजोल्यूशन सीसीटीवी कैमरे लगाये गये थे. जैसे ही टीम अंदर दाखिल हुई, मल्टीनेशनल कंपनियों के नकली दवा व कॉस्मेटिक प्रोडक्टों का पहाड़ देखकर अधिकारी दंग रह गये. ब्रांड प्रोटेक्शन सर्विसेज के फील्ड ऑफिसर मजाज अहमद ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि फारम के समीप इंडियन पेट्रोल पंप के सामने एक घर के तहखाने में नकली उत्पादों का बड़ा गोदाम चलाया जा रहा है. सूचना पर नगर थाना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और मौके से एरिस ओकनेट कंपनी की दवा एमरोलस्टार, एलायंस फार्मा का निजरल शैम्पू, बी-वन कंपनी की टेविंब्रा, टॉरेंट फार्मा का आहाग्लो जेल, हिमालया की नीम फेसवॉश सहित कई ब्रांडेड कंपनियों के नकली उत्पाद बरामद किये. सभी सामानों को जब्त कर लिया गया है.
दिल्ली से आता था नकली पैकेजिंग मटेरियल
मौके से हजारों की संख्या में नकली रैपर, खाली बोतल, ढक्कन और पैकेजिंग मटेरियल भी बरामद किया गया है. जांच में पता चला है कि यह गिरोह बिहार के औरंगाबाद, गया, मधेपुरा से लेकर मध्यप्रदेश के ग्वालियर तक सक्रिय है. नकली पैकिंग के लिए रैपर दिल्ली से मंगाये जाते थे. नकली दवाओं की बिक्री ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से की जा रही थी. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि करोड़ों के इस कारोबार से आम लोगों की सेहत पर कितना बड़ा खतरा मंडरा रहा था.
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