12 क्विंटल कॉपर तार के साथ पिकअप, स्काॅर्पियो व बोलेरो बरामद
15 अपराधियों में 14 पश्चिम बंगाल के एक झारखंड काऔरंगाबाद कार्यालय. बारुण थाना क्षेत्र अंतर्गत सोननगर टीएसएस में ट्रांसफाॅर्मर का तेल और करोड़ों रुपये का कॉपर चुराने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का औरंगाबाद पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. यूं कहे उक्त गिरोह का पर्दाफास किया है. चोरी की घटना में शामिल 15 अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इनकी निशानदेही पर एक बोलेरो, एक स्काॅर्पियो, एक पिकअप व लगभग 12 क्विंटल कॉपर तार बरामद किया गया है. गिरफ्तार 15 शातिरों में 14 पश्चिम बंगाल के हैं, जबकि एक झारखंड के साहेबगंज जिले का रहने वाला है. ज्ञात हो कि ट्रांसफाॅर्मर से तेल और कॉपर तार चोरी होने के बाद इलाके में सनसनी फैल गयी थी. प्रभात खबर ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था. प्रारंभ में एफआइआर दर्ज करने के लिए रेलवे और बारुण थाने के बीच संबंधित पदाधिकारी चक्कर काट रहे थे. अखबार में खबर छपने के बाद बारुण थाने में घटना की प्राथमिकी दर्ज हुई थी.
कैसे हुआ मामले का उद्भेदन
मंगलवार को पुलिस सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में सदर एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय ने गिरफ्तारी व बरामदगी से संबंधित जानकारी साझा की. उन्होंने बताया कि 23 अगस्त 2025 को ब्लू स्टार कंपनी के एचआर अभिजीत जीवन एंगले ने बारुण थानाध्यक्ष को एक आवेदन देकर सोननगर टीएसएस में चोरी होने की घटना की जानकारी दी. बताया कि ट्रांसफाॅर्मर का तेल, साइट प्लेट का नट और ट्रांसफाॅर्मर से मूल्यवान पुर्जों की चोरी हो गयी है, जिसकी कीमत करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये है. आवेदन के आधार पर बारुण थाने में कांड संख्या 409/25 के रूप में प्राथमिकी दर्ज की गयी.एसपी की गठित एसआइटी ने की कार्रवाई
एसडीपीओ ने बताया कि चोरी की घटना होने के बाद प्राथमिकी दर्ज होते ही पुलिस अधीक्षक अंबरीश राहुल ने घटना के उद्भेदन और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए सदर एसडीपीओ वन के नेतृत्व में एक एसआइटी का गठन किया गया. एसआइटी और आरपीएफ डेहरी की टीम ने सीसीटीवी फुटेज के अवलोकन, तकनीकी विश्लेषण व आसूचना संकलन के आधार पर आठ दिसंबर को सोननगर स्टेशन के पीछे पिकअप पर लदे कॉपर तार के साथ रमेश चौधरी नामक व्यक्ति को गिरफ्तार कर पूछताछ की. रमेश की निशानदेही पर सोननगर भवन के समीप स्काॅर्पियों व केशवपुर के समीप से बोलेरो में छिपकर बैठे 14 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया. उनके पास से सामान भी बरामद किये गये. यानी 15 शातिरों को गिरफ्तार कर बारुण थाना लाया गया.शातिरों ने बनाया टार्जन रमेश गैंग
एसडीपीओ ने बताया कि गिरफ्तार सभी अभियुक्तों ने अपना-अपना अपराध स्वीकार किया. रामेश चौधरी ने बताया कि उसकी दोस्ती लक्ष्मण चौधरी से हुई जो रेलवे प्लेटफॉर्म में लग रहे नये ट्रांसफाॅर्मर से तांबे का तार काटकर व लोहे की चोरी कर पैसा कमा रहा था. इसी क्रम में 14 अन्य व्यक्तियों से उसकी दोस्ती हो गयी. सभी ने मिलकर एक संगठित गिरोह बनाया, जिसका नाम टार्जन रमेश गैंग रखा. गैंग के सदस्य रेकी कर ट्रांसफाॅर्मर का कॉपर तार काटने के लिए करीब सात बजे शाम में निकलते थे और 30-40 किलोमीटर दूरी पर ही मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर चोरी करने के लिए स्कार्पियो एवं बोलोरों में बैठकर निकलते थे. चोरी गये तार को ढोने के लिए पिकअप का उपयोग करते थे. चोरी किये गये तार को पश्चिम बंगाल के वर्दमान जिला अंतर्गत दिल्ली-कोलकाता हाइवे पर ज्योतिनगर स्थित गीताजंलि होटल के समीप कबाड़ी की दुकान में बेच देते थे. इसके बाद पैसे को आपस में बांट लेते थे. एसडीपीओ ने बताया कि रमेश टार्जन गैंग के सदस्यों द्वारा बिहार-झारखंड के समस्तीपुर, सकड़ी और पंडौल के आस-पास के क्षेत्र में भी रेलवे स्टेशन के किनारे लग रहे नये ट्रांसफाॅर्मर से कॉपर तार को काटकर चोरी किया गया है. एसडीपीओ ने यह भी बताया कि कांड में शामिल अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.इन शातिरों की हुई गिरफ्तारी
साढ़े तीन करोड़ के कॉपर व तेल चोरी के मामले में जिन 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें पश्चिम बंगाल के वर्दमान जिला अंतर्गत दुर्गापुर थर्मल पावर हाउस थाना क्षेत्र के वारिया कोल डीपो निवासी टार्जन चौधरी, राजन चौधरी, दिनेश चौधरी, अनिल सिंह, जितेंद्र झा, जिउत चौधरी, रमेश चौधरी, दिनेश चौधरी, वारिया स्टेशन निवासी विश्वजीत चौधरी, राजेश चौधरी, बाराबनी थाना क्षेत्र के गोरंडी रोड इटापारा निवासी सूरज गुप्ता, नदिया जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के कृष्णानगर निवासी तपश चौधरी, आसनसोल थाना क्षेत्र के रामकिशुन दंगाल निवासी अमन कुमार, वर्दमान जिले के श्रीपुर बाजार निवासी आलम मियां व झारखंड के साहेबगंज जिले के गिरबाड़ी थाना क्षेत्र के कबुतरखोप निवासी ललन चौधरी शामिल हैं.छापेमारी में इनकी रही भूमिका
छापेमारी टीम में बारुण थानाध्यक्ष रंजीत कुमार, अपर थानाध्यक्ष सूर्यवीर कुमार गुप्ता, आइओ अंकित कुमार, पुलिस पदाधिकारी श्रीनाथ कुमार मंडल, देवानंद कुमार, रिमझिम कुमारी, धर्मेंद कुमार यादव, आरपीएफ डेहरी के उप निरीक्षक मनोज कुमार, सहायक उप निरीक्षक हरेराम कुमार, अनिल कुमार चौधरी, प्रधान आरक्षी ब्रजभूषण मिश्रा, दीपक कुमार, अखिलेश कुमार, सुनील कुमार, मनु कुमार, दिलीप पासवान, विनोद कुमार यादव, अरविंद कुमार पासवान, प्रभात कुमार पासवान, विनित लाल, रंजीत कुमार, नीतीश कुमार आदि शामिल थे.
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