गोह. आस्था और भक्ति का ऐसा अनोखा संगम शायद ही कहीं और देखने को मिले. बघोई गांव स्थित श्री श्री 108 श्री मां दुर्गा पूजा समिति द्वारा आयोजित पूजा इस वर्ष अपने 42वें वर्ष में प्रवेश कर चुका है. सन 1984 से निरंतर आयोजित हो रही यह पूजा न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि पूरे इलाके के लिए सामाजिक एकता और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक बन गया है. समिति के आचार्य अशोक पाठक प्रतिदिन पूरे वैदिक मंत्रोच्चार और विधि-विधान से श्री दुर्गा सप्तशती पाठ करा रहे हैं, जबकि मंत्रजप का कार्य अभय कुमार पांडेय की अगुवाई में किया जा रहा है. समिति के सक्रिय सदस्य सीपू सिंह ने बताया कि प्रतिदिन संध्या आरती के बाद भक्तों को रामायण दर्शन कराया जा रहा है, जिससे श्रद्धालु भाव-विभोर हो रहे हैं. वहीं, भक्तों के मनोरंजन और सांस्कृतिक विरासत को जीवित रखने के लिए नवमी व विजयादशमी को रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा. पूजा समिति के श्रोताओं में नीतीश भारद्वाज की विशेष भूमिका है, जबकि आयोजन को सफल बनाने में समिति के सदस्य मुन्ना सिंह, प्रमोद सिंह, रामकिशोर सिंह, ब्रजेश सिंह, भीष्म सिंह, धमाका सिंह, नीरज सिंह, आयुष सिंह, अमित सिंह, रफ्तार सिंह, पवन सिंह, तेजवंत सिंह, मनीष सिंह, अरमान सिंह, शुभम सिंह, बादल सिंह और छोटू सिंह महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं. स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि बघोई की यह पूजा न केवल देवी मां के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि यह गांव वासियों को एक सूत्र में पिरोकर सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक गौरव को भी उजागर करती है.
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