नारेबाजी के साथ मांगों पर दिलाया ध्यान औरंगाबाद नगर. भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् नयी दिल्ली एवं बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाकर कृषि विज्ञान केंद्र सिरिस के कर्मचारियों ने हड़ताल किया. राष्ट्रीय संगठन के संयोजक व कृषि विज्ञान केंद्र इम्पलाइज एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ नित्यानन्द के आह्वान पर व कृषि विज्ञान केंद्र, सिरिस के वरीय वैज्ञानिक व प्रधान डॉ विनय कुमार मंडल की अध्यक्षता में बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, भागलपुर अंतर्गत संचालित कृषि विज्ञान केंद्र सिरिस के सभी कर्मचारियों नें कलमबंद हड्ताल के साथ प्रदर्शन किया. हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद की. परौदा उच्च स्तरीय समिति की सिफारिशों के अनुरूप वन नेशन वन केवीके का कार्यान्वयन, आइसीएआर नयी दिल्ली के अधीनस्थ केवीके के अनुरूप समान वेतनमान, पदोन्नति, समान सेवानिवृति, आयुसीमा, सेवानिवृति पश्चात अन्य लाभ जैसे-पेंशन, ग्रेच्युटी आदि पर ध्यान दिलाया. प्रदर्शनकारियों का कहना था कि समान कार्य करने के बावजूद उन्हें कम वेतन, पदोन्नति जैसे अवसरों से वंचित किया जा रहा है तथा आइसीएआर द्वारा निराशाजनक और विरोधाभासी पत्र जारी कर कार्य वातावरण को प्रभावित किया जा रहा है. विकसित कृषि संकल्प अभियान (खरीफ) में गैर आइसीएआर कर्मचारियों नें आईसीएआर पर भरोसा जताते हुए कार्य किया लेकिन आइसीएआर द्वारा किये गये वादे अब तक पूरे नहीं किये गये, जिसके परिणामस्वरूप विकसित कृषि संकल्प अभियान (रबी) का राष्ट्रीय स्तर पर बहिष्कार किया गया है. एआइसीआरपी के राष्ट्रीय संगठन के बैनर तले सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि जब तक वेतन समानता, सेवा लाभ व अन्य मांगे पूर्ण नहीं होती है तब तक कृषि विज्ञान केंंद्र के कर्मचारियों द्वारा आइसीएआर के अनिवार्य गतिविधियों के अलावा अन्य कार्य संपादित नहीं किया जायेगा.
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