देव. बिहार अनुसचिवीय कर्मचारी संघ के आह्वान पर चरणबद्ध आंदोलन के तहत प्रखंड मुख्यालय देव के कर्मियों ने बुधवार को भी काला बिल्ला लगाकर काम किया. यह आंदोलन 23 जून से लगातार जारी है, जिसमें कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शांतिपूर्ण विरोध दर्ज करा रहे हैं. गुरुवार को भी इसी तरह काम के दौरान काला बिल्ला लगाया जायेगा. उनकी मांगों में एक ही संवर्ग में नियुक्त लिपिक के लिए वेतन विसंगति को दूर करने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग शामिल है. लिपिकों के मूल पद पर नियुक्ति के लिए योग्यता मैट्रिक से बढ़कर इंटर कर दिया गया है, लेकिन वेतन ग्रेड पे में कोई सुधार नहीं किया गया है. योग्यता के अनुसार वेतन ग्रेड पे में सुधार करने की मांग शामिल है. योग्यता व वरीयता के आधार पर बिहार प्रशासनिक सेवा के पदों पर बिहार प्रशासनिक सेवा के पदों पर प्रोन्नति के लिए 25 प्रतिशत पद आरक्षित करने, समाहरणालय संवर्ग के अराजपत्रित कर्मियों के जिला संवर्ग को राज्य स्तरीय संवर्ग के गठन से मुक्त रखने, समाहरणालय संवर्ग के कर्मियों के लिए 50 लाख रुपये दुर्घटना बीमा का प्रावधान करने, समाहरणालय संवर्ग के कर्मियों एवं उनके आश्रितों को कैशलेस चिकित्सा व्यवस्था का प्रावधान करने सहित नौ मांगे शामिल है. छह जुलाई को लंच अवधि में अपनी मांगों की पूर्ति के लिए जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन के माध्यम से मांग पत्र डीएम को समर्पित करेंगे. जिलास्तर से लेकर प्रखंड सह अंचल कार्यालय तक कर्मचारी काला बिल्ला लगाकर काम कर रहे हैं. प्रखंड कार्यालय में सहायक विकास कुमार, सहायक मनोज कुमार सिन्हा, प्रखंड नाजीर शशि कुमार, अंचल नाजिर अशोक कुमार, सहायक रंजीत कुमार, सहायक संजय कुमार, सहायक रितिकेश कुमार, सहायक समीर कुमार सहित कई कर्मियों ने काला बिल्ला लगाकर अपनी एकजुटता दिखायी.
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