दाउदनगर. दाउदनगर अनुमंडल स्थापना की 34वीं वर्षगांठ के अवसर पर न्यूटन विज्ञान और प्रावैधिकी संस्थान दाउदनगर के सभागार में ””दाउदनगर के विकास की संभावना व चुनौतियां”” विषय पर विचार गोष्ठी आयोजित की गयी. दाउदनगर के विभिन्न क्षेत्रों में हुए उपलब्धियां पर काफी विस्तार से चर्चा की गयी. स्वागत और विषय प्रवेश अवकाश प्राप्त कृषि पदाधिकारी द्वारिका प्रसाद उर्फ गुरु जी ने कराया. अध्यक्षता करते हुए अवकाश प्राप्त प्रधानाध्यापक गौरी शंकर सिंह सिंह ने अनुमंडल के विकास के लिए सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक क्षेत्रों में विभिन्न परिवर्तनों को रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में रोजगार की काफी संभावनाएं हैं. सोन नदी और नहर के किनारे औषधीय पौधे लगाये जाने चाहिए. विवेकानंद मिशन स्कूल के निदेशक डॉ शंभू शरण सिंह ने सोन नद के किनारे रिवर फ्रंट बनाने की चर्चा की. उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक धरोहरों को विकसित करने के लिए सकारात्मक प्रयास किए जाने की आवश्यकता है. इस पर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराना होगा. इससे अनुमंडल क्षेत्र विकसित हो सकता है. विद्या निकेतन ग्रुप ऑफ स्कूल के सीएमडी सुरेश प्रसाद गुप्ता ने शिक्षा के क्षेत्र में आने वाली संभावनाओं और चुनौतियों की विस्तार से चर्चा की. लेखक और निर्देशक रविकांत ने उच्च शिक्षा और कृषि के क्षेत्र में नवाचार को अपनाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि अनुमंडल में जूट की खेती के विकास के माध्यम से नकदी कृषि और उद्योग को प्रोत्साहन की आवश्यकता है. शिक्षक गोपेंद्र कुमार सिंहा गौतम ने उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा और न्यायिक शिक्षा की आवश्यकता को रेखांकित किया. प्रधानाध्यापक उदय कुमार ने बच्चों व युवाओं के व्यक्तित्व निर्माण के साथ नशा से दूर रहने की बात की. उपेंद्र ने अनुमंडल की स्थापना में पूर्व मंत्री रामविलास सिंह और डॉ राम परीखा बाबू को याद किया. पलायन को रोकने के लिए उद्योग स्थापित करने की जरूरत: शिक्षाविद आनंद प्रकाश ने पलायन को रोकने के लिए उद्योग धंधों की स्थापना पर जोर दिया. हसपुरा के समाजसेवी रविंद्र यादव ने देवकुंड, अमझरशरीफ,भृगुरारी के पर्यटन स्थलों को विकसित कर रोजगार सृजन पर जोर दिया.शिक्षक अंबुज कुमार ने शिक्षा के साथ-साथ कृषि और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग की स्थापना पर जोर दिया, ताकि किसानों को उचित रोजगार मिल सके. फिल्म निर्देशक संतोष बादल ने दाउदनगर में कला और संस्कृति के विकास की संभावनाओं पर जोर दिया. वार्ड पार्षद डॉ केदारनाथ स़िह ने दाउदनगर शहर के विस्तार पर जोर दिया. इनके अलावा संगोष्ठी को संजय तेजस्वी, श्याम पाठक, तथागत, सुधीर प्रकाश, सुनील कुमार ने संबोधित किया. मौके पर शिक्षाविद डॉ संजय कुमार सिंह, अवकाश प्राप्त बैंक प्रबंधक राजेंद्र चौधरी, शिक्षक संजय कुमार, वार्ड पार्षद राधा रमन पूरी, बसंत कुमार, अभिनव सिंह, शिवाधार देव, मृत्युंजय कुमार, राजेश गुप्ता, प्रिंस कुमार, अरुण कुमार श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे. छोटी बच्ची नम्रता कुमारी ने नृत्य कार्यक्रम प्रस्तुत किया. संचालन शिक्षक प्रहलाद प्रसाद गुप्ता व धन्यवाद ज्ञापन एनआइएसटी के निदेशक डॉ एसपी सुमन ने किया.
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