दलहन-तेलहन के साथ गेंहू का बीज वितरण शुरू
पैदावार बढ़ाने के लिए पंचायत स्तर पर किया जा रहा चौपाल का आयोजन औरंगाबाद/कुटुंबा. किसानों को अपनी फसल की उपज से दोगुनी आमदनी करने के लिए सरकार का कृषि विभाग हर संभव प्रयास कर रहा है. इसके लिए कृषि रोड मैप तैयार किया गया है, वहीं नित्य नये-नये प्रयोग किये जा रहे हैं और नयी टेक्नॉलजी की बढ़ावा दी जा रही है. इस बार जिले के विभिन्न प्रखंडों में 154287.54 हेक्टेयर भूमि में रबी की खेती की जानी है. इसके लिए प्रखंडवार लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इधर, बेहतर उत्पादन के लिए खेतिहरों के बीच उन्नत किस्म का बीज वितरण किया जा रहा है. आत्मा परियोजना द्वारा पंचायत स्तर पर चौपाल का आयोजन किया जा रहा है. वर्तमान में धान की कटाई शुरू हो गयी है. अगले सप्ताह से रबी की बुआई शुरू कर दी जायेगी. ऐसे दक्षिणी क्षेत्र के किसानों ने चना, मसूर, मटर व सरसों का फसल लगाया दिया है. सिचिंत क्षेत्रो में मिट्टी में अधिक नमी होने के रबी की बुआई प्रभावित है.नवीनगर में सबसे अधिक होगी रबी की खेती
औरंगाबाद के किसान अपनी सुविधानुसार अपने खेतो में चना, गेहू, मसूर, मटर, तीसी व सरसों आदि फसल की फसल लगाते है. इस बार जिले के नवीनगर प्रखंड में सबसे अधिक 26106 हेक्टयर भूमि में रबी की खेती की जानी है. वहीं, हसपुरा प्रखंड में सबसे कम 6696 हेक्टेयर भूमि में रबी की खेती की जायेगी. इधर, सदर प्रखंड में 15029 हेक्टेयर भूमि में, बारूण में 16591 हेक्टेयर भूमि में, दाउदनगर में 12043 हेक्टेयर भूमि में, गोह में 10263 हेक्टेयर भूमि में, देव प्रखंड में 7441 हेक्टेयर भूमि में, कुटुंबा प्रखंड में 14177 हेक्टेयर भूमि में, मदनपुर प्रखंड में 8872 हेक्टेयर भूमि में, ओबरा प्रखंड में 18322 हेक्टेयर भूमि में तथा रफीगंज प्रखंड में 18743 हेक्टेयर भूमि में रबी फसल लगाने के लिए लक्ष्य तय किया गया है.क्या बताते हैं डीएओ
जिला कृषि पदाधिकारी संदीप राज ने बताया कि जिले में पंजीकृत किसानों के बीच 28397 क्विंटल अनुदान आधारित उन्नत किस्म के रबी का बीज वितरण किया जाना है. चना, मसूर, सरसो व मटर का बीज करीब-करीब वितरण कर दिया गया है. गेहूं बीज का वितरण शुरू हो गया है. बीज वितरण के दौरान पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

