ओबरा. डिहरा पंचायत के मुखिया मनोज कुमार सिंह का निधन हो गया. मिली जानकारी के अनुसार वे कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे.पता चला कि ब्रेन हेमरेज हुआ था. पटना के मेदांता हॉस्पिटल में उनका इलाज किया जा रहा था. मंगलवार को इलाज के दौरान ही उनका निधन हो गया. वैसे मुखिया मनोज लबदना गांव के रहने वाले थे. इधर, मुखिया के निधन के बाद पंचायत ही नहीं बल्कि जिले में शोक की लहर दौड़ गयी. मुखिया संघ ने घटना पर गहरा दुख जताया है. मुखिया के पुत्र सिद्धार्थ भारद्वाज ने बताया कि वह काफी दिनों से बीमार चल रहे थे. पहले ब्रेन हेमरेज हुआ था, जिसके बाद वह लगातार इलाजरत थे. इधर, मुखिया की निधन की सूचना मिलते ही उनके घर पर शोक जताने वाले लोगों की भीड़ लग गयी. हर किसी के मुख से एक ही बात निकल रही थी कि मुखिया जी ने पंचायत में विकास को तरजीह दी. वे हमेशा तत्पर रहते थे. ग्रामीणों के सुख-दुख में भागीदार थे. गरीबों के उत्थान के लिए लगातार प्रयासरत रहते थे. उनके निधन से पंचायत को बड़ी क्षति हुई है. मुखिया संघ के अध्यक्ष उदय नारायण सिंह, खुदवां पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि आलोक कुमार उर्फ मुन्ना, करसाव मुखिया तूफैल अंसारी, ओबरा मुखिया प्रतिनिधि गोविंद अग्रवाल, नागेंद्र पांडेय आदि ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मुखिया को असमय जाना बहुत ही दुखद है. वह एक कर्मयोगी पुरुष के रूप में जाने जाते थे. संघ में मुखर होकर वह बोलते थे. जनता की समस्या को ब्लॉक स्तर से लेकर जिला स्तर तक समाधान करवाने में प्राथमिकता देते थे.
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