वाहनों की गति और चौराहे का डिजाइन कारण बने चिंता का विषय
दाउदनगर. शहर से बम रोड होते हुए या बुद्धू बिगहा की तरफ से एनएच 139 के तरारी के पास जाने के क्रम में पटना मेन कैनाल रोड पर बम रोड चौराहा है. यह सड़क मौलाबाग मोड़, दाउदनगर-बारुण रोड, एनएच 139 व दाउदनगर बाजार को बम रोड चौराहा के पास से जोड़ती है, जिस पर प्रतिदिन बड़ी संख्या में वाहनों का आवागमन होता है. यह चौराहा ब्लैक स्पॉट बनता जा रहा है. प्रायः आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं, जिसका कारण चौराहा का असुरक्षित डिजाइन है. सड़क पार करते समय सामने से फर्राटा भरते वाहन दिखाई नहीं देते, जिससे दोनों ओर से आ रहे वाहनों के बीच टक्कर होने की संभावना बनी रहती है. शहर या बुद्धू बिगहा की ओर से एनएच 139 के दाउदनगर-औरंगाबाद रोड स्थित तरारी के पास पहुंचने के लिए पटना मुख्य नहर को पार करना पड़ता है. जहां सड़क पार होती है, वहां चौराहा है, जिस पर मौलाबाग मोड़ से दाउदनगर-बारुण रोड की ओर आवागमन करने वाले वाहनों का भी दबाव रहता है. वाहनों की गति पर नियंत्रण नहीं रहता. शहर की तरफ से जाने वाले वाहन नहर मार्ग पर चल रहे वाहन को नहीं देख पाते और नहर मार्ग पर चल रहे वाहन भी शहर की तरफ से आने वाले वाहन नहीं देख पाते हैं, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि छोटी-मोटी दुर्घटनाएं प्रायः होती रहती हैं और लोग चोटिल होते रहते हैं. गुरुवार को भी इसी चौराहे पर एक स्कूटी सवार युवती दुर्घटनाग्रस्त होकर घायल हो गयी.नीची है सड़क, ऊंचाई बढ़ाने की जरूरत
बम रोड की सड़क नहर रोड से काफी नीची है और इसे ऊंचा करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है. लोग कहते हैं कि मंदिर के सामने से नहर मार्ग तक बम रोड की लिंक सड़क को कुछ लंबाई तक ऊंचा किया जाना चाहिए. वहीं चौराहे पर संकेतसूचक के साथ-साथ अन्य सुरक्षात्मक उपाय किए जाने की भी आवश्यकता है.क्या कहते हैं लोग
जदयू के प्रखंड प्रवक्ता पप्पू गुप्ता का कहना है कि बम रोड चौराहा काफी खतरनाक है. सामने से आ रहे वाहन दिखाई नहीं देते. सड़क पर भरावट कर लेवल मिलाया जा सकता है, जिससे दुर्घटना की आशंका कम हो सकती है. ई गुलाम रहबर का कहना है कि यह सड़क काफी व्यस्त हो गई है और चार दिशाओं को जोड़ती है. जब राहगीर, दो-पहिया और चार-पहिया वाहन लेकर बुद्धू बिगहा की तरफ से एनएच की ओर बढ़ते हैं, तो लिंक रोड से नहर रोड ऊंचा होने के कारण मौलाबाग या चौराहा या एनएच की ओर से आने वाले वाहन दिखाई नहीं देते. वाहनों की तेज गति पर अंकुश लगाने के भी उपाय होने चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

