औरंगाबाद ग्रामीण. शहर के बीचोबीच स्थित सब्जी मंडी टूटने के बाद सैकड़ों व्यवसायी जिला प्रशासन से मंडी के लिए गुहार लगा रहे थे. पिछले डेढ़ वर्षो तक सब्जी मंडी के लिए आंदोलन हुआ, लेकिन इसका कोई निष्कर्ष नहीं निकला. अंतत: व्यवसायियों ने शहर के फार्म एरिया में लगभग ढाई बीघे की निजी जमीन पर मंडी का भूमि पूजन किया. इस दौरान सैकड़ो व्यवसायी मौजूद थे. भूमिपूजन में सदर विधायक आनंद शंकर सिंह, पूर्व विधायक सुरेश मेहता, पूर्व वार्ड पार्षद ओमप्रकाश यादव, सब्जी मंडी के अध्यक्ष अशोक मेहता, दिनेश मेहता सहित अन्य लोग शामिल हुए. अध्यक्ष अशोक मेहता ने कहा कि पहले जिस जगह पर सब्जी मंडी थी उसे हटा दिया गया. जिला प्रशासन का बुलडोजर चला. आश्वासन मिला कि जल्द ही किसी दूसरे जगह सब्जी मंडी को स्थापित किया गया. यह बात फाइल तक ही सीमित रह गयी. व्यवसायियों की आंदोलन पर जिला प्रशासन ने पानी फेर दिया. जो जगह सब्जी मंडी के लिए मिल रही थी वह भी नही मिल सका. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की उदासीनता की वजह से निजी सब्जी मंडी बनाया गया है, जो किराया पर होगा .उसे सभी व्यवसायी मिलकर जमीन के मालिक को भुगतान करेंगे. फिलहाल मंडी के सैकड़ों किसानों का साथ मिला है. इसके साथ ही सदर विधायक से यह भी आश्वासन मिला है कि सब्जी मंडी आने-जाने के लिए जल्द ही रास्ते का निर्माण कराया जाएगा. बिजली और पानी की भी व्यवस्था करायी जायेगी. दिलीप मेहता ने बताया कि जिस सब्जी मंडी का भूमिपूजन किया गया है, इसमे थोक सब्जी, फल व अन्य सामने आएगी. यू कहें कि जो समान पूर्व में पुरानी सब्जी मंडी के समीप आती थी वह अब फार्म स्थित नई सब्जी मंडी पर आयेगी. यहां से फुटपाथी विक्रेता खुदरा समान लेकर बाजारों में बेचेंगे. यह भी कहा कि अगर जिला प्रशासन द्वारा कही स्थिर सब्जी मंडी की व्यवस्था करायी जायेगी तो व्यवसायी वहां से ही अपना व्यवसाय करेंगे
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