प्रधानाध्यापिका पर लाखों रुपये गबन का आरोप लगा कर ग्रामीणों ने किया था प्रदर्शन ओबरा. उत्क्रमित उच्च विद्यालय गौरी सोनबरसा में एक सप्ताह पहले विद्यालय के सचिव चंदन कुमार सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीणों द्वारा प्रधानाध्यापिका अलका कुमारी के विरोध में किये गये प्रदर्शन और आरोप-प्रत्यारोप की जांच शुरू हो गयी है. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी जुही कुमारी ने विद्यालय पहुंचकर गंभीरता पूर्वक विभिन्न फाइलों को जांच की. जांच के दौरान उन्होंने स्पष्ट तौर पर बताया कि विद्यालय के सचिव तथा ग्रामीणों द्वारा जो प्रधानाध्यापिका के विरुध राशि गबन करने का आरोप लगाया गया था वह पूरी तरह निराधार है. प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि उक्त राशि विद्यालय की राशि कोष में जमा है. इसमें किसी तरह की कोई दो मत नहीं है. उक्त राशि से विद्यालय का विकास निश्चित रूप से किया जायेगा. विद्यालय के सचिव व प्रधानाध्यापिका के बीच किसी बात को लेकर मामूली विवाद उत्पन्न हुई थी, जिसको लेकर प्रधानाध्यापिका के विरुद्ध यह आरोप लगाया गया था. उन्होंने बताया कि इसकी सूचना वरीय पदाधिकारी को दी जायेगी. जांच के दौरान प्रधानाध्यापिका छुट्टी में थी. पुनः प्रधानाध्यापक एवं सचिव की उपस्थिति में गंभीरता पूर्वक जांच की जायेगी. हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि सरकारी राशि की निकासी नहीं हुई है. इधर, विद्यालय के सचिव चंदन कुमार सिंह ने बताया कि प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा मामले को रफा-दफा करने की कोशिश गयी है. प्रधानाध्यापिका जांच के दौरान नहीं थी तो फिर कैसे दस्तावेजों की जांच की गयी. प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने लाखों रुपये गबन का आरोप प्रधानाध्यापिका पर लगाया था. प्रदर्शन में ग्रामीणों के साथ-साथ विद्यालय के विद्यार्थी भी शामिल थे.
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