गोह. गोह प्रखंड के भूरकुंडा पंचायत अंतर्गत भलवंडी गांव का महादलित टोला पिछले डेढ़ दशक से जलजमाव, कीचड़, गंदगी व बुनियादी सुविधाओं के अभाव का दंश झेल रहा है. मुख्य गली में सालोभर गंदा पानी जमा रहता है. सड़क पर चलना जान जोखिम में डालने जैसा है. सबसे चिंताजनक स्थिति यह है कि पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण आज भी कई घरों में शौचालय तक नहीं बना है़ ग्रामीणों का कहना है कि 2017–18 में पुरानी सड़क को पीसीसी किया गया, उस समय नाली का निर्माण नहीं कराया गया, जिसके गंदे पानी की निकासी की समस्या गंभीर हो गयी. इस समय करीब दो फुट तक गंदा पानी हमेशा जमा रहता है. अधिकतर लोग गंदा पानी को घरों के आगे गड्ढा खोदकर जमा करते हैं, जिससे बदबू, मच्छर व बीमारी फैलने की आशंका बनी रहती है. गांव के रविदास मंदिर के समीप की स्थिति भी बेहद भयावह है. मंदिर के आसपास हमेशा गंदगी और दुर्गंध फैली रहती है. बरसात में जलजमाव हो जाता है. श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है. बच्चों में त्वचा रोग, बुखार, डायरिया और मलेरिया जैसी बीमारियां आम हो गयी हैं. महिलाओं को सबसे अधिक परेशानी उठानी पड़ रही है. गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को इलाज के लिए बाहर ले जाना भी बड़ी चुनौती बन गया है. ग्रामीणों का आरोप है कि चुनाव के समय भी जनप्रतिनिधि इस टोला में आना मुनासिब नहीं समझते. मुख्यमंत्री से लेकर विधायक तक केवल आश्वासन देकर चले जाते हैं, लेकिन धरातल पर कोई काम नहीं होता. कई बार प्रखंड कार्यालय में शिकायत दी गयी, लेकिन हर बार सिर्फ जांच का भरोसा मिला.
जनप्रतिनिधियों से तंग आकर सड़क पर उतरे ग्रामीण
भलवंडी गांव के महादलित टोला के ग्रामीणों ने बुधवार को जनप्रतिनिधियों और प्रशासन की उपेक्षा से तंग आकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में दिनेश दास, बिक्की कुमार, गुड्डू कुमार, मांझील कुमार, सूरज कुमार, मल्लू दास, दुर्गा दास, नीरज कुमार, कृष्णा दास, राजेंद्र दास, जानकी दास, बिरची दास, रंजन दास, उमेश दास, साधु दास, कवलेज दास, मोहन दास, मुकेश दास समेत बड़ी संख्या में महिला–पुरुष शामिल थे. प्रदर्शनकारियों ने जल निकासी, नाली निर्माण, शौचालय और चापाकल की मांग को लेकर नारेबाजी की और चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो वे आने वाले पंचायत चुनाव का बहिष्कार करेंगे.निरीक्षण के बाद समस्या का होगा समाधान : विधायक
नवनिर्वाचित विधायक अमरेंद्र कुमार ने मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि भलवंडी गांव के महादलित टोला की समस्या उनके संज्ञान में आयी है. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज भी लोगों को बुनियादी सुविधा के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. मैं स्वयं जल्द स्थल का निरीक्षण करूंगा और नाली, जल निकासी, शौचालय और चापाकल की व्यवस्था प्राथमिकता के आधार पर कराई जाएगी. किसी भी हाल में लोगों को इस स्थिति में नहीं छोड़ा जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

