औरंगाबाद ग्रामीण. औरंगाबाद-पटना मुख्य पथ पर जम्होर थाना क्षेत्र के जोकहरी मोड़ स्थित एक ढाबा के समीप तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार पति-पत्नी व बच्चों सहित चार लोगों को रौंद दिया. इस घटना में बाइक सवार पिता-पुत्री की मौत हो गयी. वहीं मां-बेटा घायल हो गये. मृतकों में ओबरा प्रखंड के शंकरपुर गांव निवासी 30 वर्षीय सहेंद्र कुमार मेहता व उसकी तीन वर्षीय मासूम पुत्री रीमा कुमारी शामिल है. मृतक सहेंद्र कुमार मेहता की पत्नी धनवंती देवी उर्फ रिंपी व उसका पांच वर्षीय पुत्र रिशु कुमार गंभीर रूप से घायल है. घटना शनिवार की शाम की है. सदर अस्पताल में घायल धनवंती और रिशु को इलाज कराने पहुंचे परिजनों ने बताया कि शनिवार को धनवंती की बहन के घर मदनपुर थाना क्षेत्र के महरांव गांव में घर की ढलाई होनी थी. सहेंद्र अपनी पत्नी व दोनों बच्चों के साथ महरांव गया था. छत की ढलाई संपन्न होने के बाद सहेंद्र अपनी पत्नी धनवंती व बच्चों के साथ बाइक पर सवार होकर अपने गांव शंकरपुर लौट रहा था. जैसे ही जम्होर थाना क्षेत्र के जोकहरी मोड़ स्थित त्रिदेव ढाबा के समीप पहुंचा, तभी एक तेज रफ्तार अनियंत्रित ओवरलोडेड ट्रक ने बाइक को रौंद दिया. इसके बाद सभी लोग बाइक से गिर गये और बाइक ट्रक में फंस गये. इसके बाद ट्रक चालक बाइक सवारों को घसीटने का प्रयास किया. कुछ दूरी तक घसीटने के बाद चालक ट्रक छोड़कर फरार हो गया. दुर्घटना इतनी भयावह थी कि पिता-पुत्री के शव के परखच्चे उड़ गये. घटना के बाद स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गयी. स्थानीय लोगों ने आनन-फानन में घायल मां-बेटा को इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां के डॉक्टरों ने उपचार किया.
मुआवजे को लेकर सड़क जाम कर किया प्रदर्शन
इधर, घटना की सूचना पर परिजन घटनास्थल पर पहुंचे और मुआवजे को लेकर सड़क जाम कर प्रदर्शन करने लगे. कुछ लोगों ने घटना की सूचना जम्होर थाने की पुलिस को दी. जम्होर थानाध्यक्ष नवीन कुमार मिश्रा, अपर थानाध्यक्ष वीरेंद्र राम दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और आगे की कार्रवाई में जुट गये. इस दौरान सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइन लग गयी. पुलिस की टीम आक्रोशितों को समझाने-बुझाने का प्रयास कर रही थी, लेकिन आक्रोशित मानने को तैयार नहीं थे. आक्रोशित जिला प्रशासन से तुरंत मुआवजे की मांग कर रहे थे. हालांकि किसी तरह आक्रोशितों को समझा-बुझाकर जाम हटाया गया. इसके बाद जम्होर थाने की पुलिस शव के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी करायी.सड़क निर्माण कंपनी की लापरवाही के कारण 18 घंटे में तीन लोगों की गयी जान
इधर, आसपास के ग्रामीण व परिजनों ने कहा कि सड़क निर्माण कंपनी की लापरवाही से उक्त स्थल पर 18 घंटे के अंदर अलग-अलग दो दुर्घटना हुई और तीन लोगों की जान चली गयी. लोगों ने बताया कि उक्त सड़क पर कालीकरण का कार्य किया जा रहा है. इस दौरान एक साइड में डामरीकरण किया जा चुका है, जबकि दूसरे साइड में डामरीकरण करने के लिए सड़क को खुरदरा कर छोड़ दिया गया है. लोगों का कहना है कि दोनों घटना में बाइक चालक अपनी बाइक को नये सिरे से डामरीकरण किये गये रोड पर चढ़ा रहे थे. इसी दौरान उनकी बाइक अनियंत्रित हो गयी और ट्रक की चपेट में आ गयी. नेशनल हाईवे पर कब और कहां दुर्घटना में किसकी मौत हो जाये, यह कहना मुश्किल है. उक्त सड़क पर प्रतिदिन कहीं ना कहीं दुर्घटना में लोगों की जान जा रही है. इधर, घटना के बाद से परिवार वालों को रो-रोकर बुरा हाल है, तो वहीं गांव में मातम पसरा हुआ है. जम्होर थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष नवीन कुमार मिश्रा ने बताया कि दुर्घटना में पिता-पुत्री की मौत हुई है. फिलहाल पिता-पुत्री के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है. वहीं घायल मां-बेटे का इलाज किया जा रहा है. ट्रक को जब्त कर लिया गया है. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

