औरंगाबाद शहर. लॉर्ड बुद्धा विद्यालय के सिद्धार्थ सभागार में सात दिवसीय भारतीय भाषा ग्रीष्म शिविर के समापन पर एक समारोह का आयोजन किया गया. इस अवसर पर विद्यालय के विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी. समारोह में बच्चों ने विविध प्रकार की कला का प्रदर्शन किया, जिसमें पारंपरिक नृत्य, भाषण प्रतियोगिता और देशभक्ति से ओत प्रोत मनमोहक प्रस्तुतियां प्रमुख रहीं. बच्चों की प्रस्तुतियों में देश सेवा और राष्ट्र प्रेम की भावना स्पष्ट रूप से परिलक्षित हुई, जिसने उपस्थित जनसमूह को भाव विभोर कर दिया. कार्यक्रम की थीम एक भारत, श्रेष्ठ भारत के अंतर्गत प्रस्तुतियों ने भारत की सांस्कृतिक विविधता को दर्शाया. बच्चों की आत्मविश्वास से भरी प्रस्तुतियां न केवल उनकी प्रतिभा को उजागर कर रही थीं, बल्कि यह भी दिखा रही थी कि भावी पीढ़ी भारतीय भाषाओं और मूल्यों के प्रति सजग है. विद्यालय के निदेशक डॉ धनंजय कुमार ने अभिभावकों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में ढहता हुआ नैतिकता, मुरझाता हुआ मानवीय संवेदनाएं एक बेहतर परिवार समाज के निर्माण के लिए बड़ी चुनौती है. अतः हम सब का दायित्व बनता है कि छोटे उम्र से ही बच्चों में इन श्रेष्ठ मानवीय मूल्यों का ज्ञान के साथ संस्कार भरने का कार्य करें, वरना साधन संपन्न परिवार भी आपसी सामंजस्य के अभाव में तनाव ग्रस्त है और सामाजिक ढांचा भी बिखरने की स्थिति में है. मौके पर विद्यालय के प्राचार्य पंकज कुमार दुबे, विद्यालय प्रशासक ओम प्रकाश, संतन कुमार सिंह, बीके झा, रमेश प्रसाद गुप्ता, निखिल कुमार, अनुज्ञा कुमारी, सागर कुमार, अतुल कुमार, सुधीर कुमार, शिल्पी गुप्ता आदि उपस्थित थे. समापन के अवसर पर सभी प्रतिभागियों को स्मृति चिह्न एवं प्रमाण पत्र प्रदान किये गये. विद्यालय प्रशासन ने इस सफल आयोजन के लिए समस्त प्रतिभागी विद्यार्थियों, शिक्षकगण व अभिभावकों को धन्यवाद ज्ञापित किया. धन्यवाद ज्ञापन प्राचार्य ने किया.
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