दाउदनगर. कृषि विभाग आत्मा योजना अंतर्गत प्रखंड कार्यालय मैदान में रबी प्रखंड स्तरीय प्रशिक्षण सह किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में किसानों को रबी फसल के बारे में विभिन्न प्रकार की जानकारियां दी गयी. लेकिन दूसरी ओर किसानों की उपस्थिति काफी कम दिखी. मैदान में बड़ी संख्या में कुर्सियां खाली रहीं. कुछ महिलाओं को छोड़ दें, तो किसानों की उपस्थिति बेहद कम नजर आयी. प्रखंड कृषि कार्यालय द्वारा जारी पत्र के अनुसार इस कार्यक्रम की सूचना काराकाट सांसद, सांसद प्रतिनिधि, ओबरा विधायक, विधायक प्रतिनिधि, प्रखंड प्रमुख, उप प्रमुख, जिला पार्षद, किसान सलाहकार समिति के अध्यक्ष–सदस्य, जदयू, भाजपा, राजद, कांग्रेस, भाकपा माले, लोजपा (रामविलास) के प्रखंड अध्यक्षों, दाउदनगर प्रखंड के किसान श्री, मुखिया, सरपंच, पंचायत समिति, प्रखंड 20 सूत्री समिति के सभी सदस्यों को दी गयी थी. बावजूद अधिकांश लोग कार्यक्रम में उपस्थित नहीं दिखे. किसान गोष्ठी के दौरान बीएओ अनिल कुमार भी मौजूद नहीं थे. कृषि कर्मियों ने बताया कि उनकी ड्यूटी औरंगाबाद में आयोजित परीक्षा में लगायी गयी है.
जैविक विधि से खेती करने पर जोर
प्रशिक्षण सह किसान गोष्ठी का उद्घाटन प्रखंड प्रमुख विपुल कुमार, प्रखंड 20 सूत्री अध्यक्ष सह जदयू प्रखंड अध्यक्ष दीपक पटेल, प्रखंड 20 सूत्री उपाध्यक्ष श्याम पाठक, आत्मा के अध्यक्ष नीरज कुमार आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. मौके पर किसान सरयु सिंह, आशुतोष पटेल समेत अन्य किसान मौजूद थे. कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ अनूप चौबे और कृषि वैज्ञानिक प्रतिभा कुमारी ने किसानों को रबी फसल से जुड़ी आवश्यक जानकारी प्रदान कीं. उन्होंने बताया कि पहले बैल आधारित खेती होती थी और गोबर खाद का इस्तेमाल किया जाता था. हरित क्रांति के बाद फसलों की प्रजातियों और तकनीकों में सुधार हुआ. नहरों के माध्यम से सिंचाई बढ़ी और कृषि विज्ञान केंद्रों द्वारा किसानों को लगातार जागरूक किया गया. वक्ताओं ने जैविक खेती पर बल देते हुए किसानों से सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की. कार्यक्रम का संचालन कृषि समन्वयक राकेश रंजन ने किया. मौके पर बीटीएम अमरनाथ पाठक, एटीएम महिमा कुमारी, विवेक कुमार, अतुल कुमार, कृषि समन्वयक शैलेंद्र कुमार विरल, किसान सलाहकार आलोक टंडन, राजू कुमार, चंदन कुमार, संजीत कुमार, प्रमोद मेहरा, सत्येंद्र कुमार, अवध किशोर आदि मौजूद थे.प्रचार–प्रसार का अभाव, लिखेंगे पत्र
किसान गोष्ठी में कम उपस्थिति पर प्रखंड 20 सूत्री समिति के सदस्यों और कई किसानों ने रोष जताया. उनका कहना है कि व्यापक प्रचार–प्रसार नहीं होने के कारण किसान कार्यक्रम तक नहीं पहुंच सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

