औरंगाबाद कार्यालय. बिहार में प्री मॉनसून एक्टिव हो गया है. इंद्रदेव अन्नदाताओं पर पूरी तरह मेहरबान हो गये है. आकाश में काले-कजरारे बादल उमड़-घुमड़ रहे हैं. मौसम सुहाना प्रतीत हो रहा है. हालांकि, जिनके घरों में अभी शादी होनी है उनकी बैचैनी बढ़ गयी है. वे अपने विधि व्यवस्था को लेकर चिंतित है. रोहिणी नक्षत्र में सूर्य के प्रवेश करते के साथ हीं पूरे जिले में झमाझम बारिश का दौर जारी है. वैदिक व लौकिक परंपराओं के अनुसार इस नक्षत्र की बारिश से कृतिका नक्षत्र का नकारात्मक प्रभाव समाप्त हो गया है. अब किसानों में खरीफ फसल की उपज अच्छी होने की उम्मीद जगी है. बारिश थमने के बाद किसान धान की नर्सरी लगाने के लिए खेत की जुताई शुरू कर देंगे. इधर झारखंड में दो दिनों से जमकर बारिश हो रही है. उत्तर कोयल नदी में बीते रविवार से पानी दिखने लगा है.अचानक गर्मी के जेठ महीने में नदी की धार पूरे रफ्तार में आ चुकी है.हालांकि फिलहाल की बारिश से उक्त नहर का लाईनिंग कार्य प्रभावित हुआ है. बेड में पानी का जमाव लगने से सीएनएस वर्क बंद हो गया है. वाप्कोस के अधिकारियों ने बताया कि ऐसे मौसम में नहर के बेड में सीएनएस वर्क कराना संभव नहीं रह जाता है. झारखंड के स्थानीय ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बराज से दक्षिण दिशा में नदी के उपरी भाग के भीम चूल्हा के समीप नदी का एफलेक्स बांध लिक कर मैन कैनाल में पानी आने लगा है.वैसे विभाग इस बात की पुष्टि नही कर रहा है.इधर कोयल नदी में पानी का बहाव तेज होने से कृषको में हर्ष है.
क्या जानकारी देते हैं अफसर
भीम बराज मोहम्मदगंज के कार्यपालक अभियंता विनीत प्रकाश ने बताया कि कोयल नदी में पानी का आमद काफी बढ़ गया है. ऐसे में बराज का सभी गेट डाउन कर जल भंडारण शुरू कर दिया गया है. क्षमता के अनुरूप नहर के संचालन करने के लिए बराज का वाटर पौंड लेबल 2.30 मीटर तक होना चाहिए. अभी डेढ़ मीटर से उपर पानी हो गया है. उन्होने बताया कि तब तक नहर का लाइनिंग कार्य जारी रहेगा, जबतक पानी बराज में रोककर रखा जायेगा. इसके बाद जून के अंतिम सप्ताह में टेस्टिंग के लिए नहर में पानी छोड़ा जायेगा. बराज में जल भंडारण होने से आसपास के सैकड़ो गांव में पेयजल समस्या दूर होने की संभावना है. पानी के स्टॉक होने से भूगर्भ जल स्तर मेकअप होगा. इसके साथ ही उक्त क्षेत्र का बंद पड़ा चापाकल चालू हो जायेगा.
क्या बताते हैं मौसम वैज्ञानिक
मौसम वैज्ञानिक डॉ अनूप कुमार चौबे ने बताया कि बिहार में प्री मॉनसून सक्रिय है. इसका असर औरंगाबाद में देखने को मिल रहा है. कल से औरंगाबाद का मौसम साफ रहने की संभावना है. वहीं उतरी बिहार में अभी कई दिनों तक मेघगर्जन के साथ झमाझम बारिश होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है